मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रविवार के दिन पश्चिम बंगाल में रैली संबोधित करने की इजाजत नहीं मिल पाई जिसके बाद योगी ने रैली को संबोधित करने के लिए विचार-विमर्श किया और दूसरा रास्ता अपनाया | बता दें कि जब सीएम योगी के दोनों ही जनसभाओं में जमकर भीड़ इकठ्ठा हो गई तो योगी ने फ़ोन से ही रैली को संबोधित किया |
इसके बाद योगी बोले कि, बंगाल में जनविरोधी तृणमूल कांग्रेस सरकार के दिन बहुत ही कम बचे हुए हैं | उन्होंने मुझे रैली में शामिल नहीं होने दिया तो इसका मतलब ये नहीं हुआ कि वो मेरी आवाज को दबा सकते हैं | उनका ऐसा सोचना बिल्कुल ही बेबुनियाद हैं |
मिली जानकारी के मुताबिक, होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा सरकार प्रदेश में 100 से भी अधिक रैली करने की तैयारी में है | वहीं मुख्यमंत्री कार्यालय से दी गई जानकारी में बताया गया कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ द्वारा माँगी गई रैली की इजाजत को पश्चिम बंगाल सरकार ने बिना किसी नोटिस के ही खारिज कर दिया | अब भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने ममता सरकार के इस फैसले के खिलाफ मोर्चा जारी कर दिया है |
मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने बताया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस तरह की पाबंदियां इसलिए लगा रही हैं क्योंकि योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता बहुत अधिक है इसलिए उन्होंने हेलीकॉप्टर लैंडिंग तक की इजाजत नहीं दी।