अब सरकार ने शहरों में प्रदूषण कम करने और कचरे को फेकने को लेकर एक योजना तैयार कर ली है |अब राजधानी लखनऊ में प्लास्टिक कचरे की समस्या को दूर करने के लिए राज्य का पहला ऐसा प्लांट लगने जा रहा है, जो प्लास्टिक कचरे से डीजल बनाने का काम करेगा |
लखनऊ के अतिरिक्त यह प्लांट प्रदेश के चार और शहरों में लगाया जाएगा। जैसे- कानपुर,वाराणसी, गोरखपुर, और शाहजहांपुर में इन शहरों में भी यह प्लांट लगाने की जल्द प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी | 27 फरवरी को दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी है, जिसमें इस प्रॉजेक्ट का शिलान्यास किया जाएगा|
यह प्लांट पीपीपी मोड पर तैयार किया जाएगा जिसमें प्रतिदिन 40 टन प्लास्टिक कचरे का निस्तारण होगा। इस प्लांट के निर्माण के लिए कार्य चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले ही शुरू कर दिया जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है, कि अगली कैबिनेट बैठक में प्लांट से जुड़ा प्रस्ताव को मंजूरी दे दी जायेगी |
यह प्लांट लखनऊ के मोहान रोड पर लगाया जाएगा और इसमें प्रतिदिन 40,000 लीटर क्रूड ऑयल निकाला जाएगा| इसके बाद इस क्रूड ऑयल का प्रॉसेस किया जाएगा| जिसके बाद लगभग 26,000 लीटर डीजल का उत्पादन होगा| किसान लोग इस डीजल का इस्तेमाल कृषि कार्यों में कर सकते हैं। इस प्रॉजेक्ट में कंपनी को100 करोड़ रुपये का निवेश करना पड़ेगा |
इस प्लांट के लगने से लगभग 2,000 लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, इसमें 500 लोगों को प्रत्यक्ष और 1500 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त हो सकता है| इसके अतिरिक्त कंपनी प्लांट के लिए प्लास्टिक वेस्ट उठाने वाले कार्यकर्ताओं को प्रति किलो प्लास्टिक के हिसाब से पैसों का भुगतान करेगी।