आपने अक्सर देखा होगा कि अधिकतर बच्चे मोबाइलों में गेम खेलने के काफी शौकीन रहते हैं और सभी नये-नये गेमों को खेलने के तरीके ढूँढा करते हैं जैसे ही कोई नया गेम आता है वैसे ही वे फ़ोन पर गेम को डाउनलोड करके खेलने लगते हैं | इन गेमों में से काफी गेम ऐसे भी होते है जो बच्चों के लिए खतरा बन जाते है |
बता दें कि इसी तरह का एक PUBG गेम कुछ समय पहले ही आया है जिससे काफी बच्चों के माता-पिता की चिंता इस ऑनलाइन गेम को लेकर बढ़ती जा रही है। इस गेम को जो भी बच्चा खेलना शुरू कर देता है उसे इसकी बहुत खराब लत लग जाती है | जिसको देखते हुए एक 11 साल के बच्चे ने इस गेम के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। इस बच्चे का नाम अहद निजाम है जो अपनी मां की मदद से हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर दी है।
अहद ने अपनी याचिका में बताया है कि यह गेम बच्चों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि इस गेम को खेलने से बच्चों के अन्दर गुस्सा और हिंसा की भावना आ जाती है, इसके अतिरिक्त काफी बच्चे इसकी वजह से साइबर बुलीइंग का भी शिकार होते जा रहे हैं।
याचिकाकर्ता के वकील तनवीर निजाम ने बताया है कि इस दायर याचिका में केंद्र सरकार को एक निर्देश देने की भी मांग रखी गई है, जिसके तहत एक ऑनलाइन एथिक्स रिव्यू कमिटी बनाकर ऑनलाइन आने वाले ऐसे हिंसक कंटेंट पर नजर रखी जा सके | यह PUBG गेम एक ऑनलाइन मल्टिप्लेयर गेम है। इस गेम में दो या तीन लोग मिलकर खेला जाता हैं |