जींद उपचुनावः पहली बार यहाँ खिला ‘कमल’, रणदीप सुरजेवाला सीट नहीं बचा पाए

कृष्ण मिड्ढा

जींद उपचुनाव में बीजेपी ने इतिहास रचते हुए एक बड़ी जीत अपने नाम कर ली है। 52 साल बाद यहाँ पर बीजेपी ने अपनी सत्ता कायम की | यहाँ पहली बार इस धरती पर ‘कमल’ का फूल खिला है |

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बीजेपी पार्टी ने यहाँ पर 12935 वोटों से जीत दर्ज की है, वहीं खड़े इस उपचुनाव में कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला अपनी सीट नहीं बचा पाए हैं | इस शानदार चुनाव में जननायक जनता पार्टी(जेजेपी) के दिग्विजय चौटाला दूसरे नंबर और रणदीप सुरजेवाला तीसरे नंबर पर अपना स्थान दर्ज किये हैं |

बता दें कि जींद उपचुनाव के लिए 28 जनवरी को मतदान हुआ था । कुल 75.77 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इस चुनाव मैदान में 21 उम्मीदवारों खड़े हुए थे जिसमें कृष्ण मिड्ढा, रणदीप सुरजेवाला और दिग्विजय चौटाला के बीच मजेदार टक्कर रही है | लेकिन यहाँ बीजेपी ने सभी को मात देते हुए अपनी जीत हासिल कर ली |

इस उपचुनाव की आवश्यकता पड़ने का ख़ास कारण इनेलो के विधायक हरि चंद मिड्ढा की मृत्यु है इनकी मौत के बाद ही इस सीट पर उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी। बता दें कि कुछ समय पश्चात् हरि चंद के पुत्र कृष्ण मिड्ढा बीजेपी में शामिल हुए और वह बीजेपी के टिकट पर उम्मीदवार बने।

इसके अतिरिक्त कांग्रेस ने अपने मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला को उम्मीदवार घोषित किया और इनेलो ने उमेद सिंह रेढू को अपना उम्मीदवार के रूप में चुना । जजपा ने सांसद दुष्यंत चौटाला के भाई दिग्विजय चौटाला को अपना उम्मीदवार बनाया।

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