आज मंगलवार 3 सितंबर को भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की लड़ाकू क्षमता बढ़ाने के लिए आठ अमेरिका निर्मित ‘अपाचे एएच-64ई’ लड़ाकू हेलीकॉप्टर वायुसेना में शामिल होंगे| पठानकोट एयर फोर्स स्टेशन में आयोजित होने वाले समारोह में एयर चीफ मार्शल बी. एस. धनोआ प्रमुख अतिथि रहेंगे| ‘अपाचे एएच-64ई’ दुनिया के सबसे उन्नत बहु-भूमिका वाले लड़ाकू इसका का प्रयोग कर लेती है| वहीं बता दें कि, आठ अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर आईएएफ में शामिल किये जाएंगे| इसके बाद ये बल की लड़ाकू क्षमता को बढ़ावा देने में मदद करेंगे|
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सितम्बर 2015 में आईएएफ ने ‘अपाचे हेलीकॉप्टर’ के लिए अमेरिकी सरकार और बोइंग लिमिटेड के साथ कई अरब डॉलर का अनुबंध कर दिया था| इसके तहत 27 जुलाई को बोइंग ने 22 हेलीकॉप्टर में से पहले चार हेलीकॉप्टर दिए थे|
इसके बाद वर्ष 2016 में पाकिस्तान से आए आतंकियो द्वारा पठानकोट एयरबेस पर किया बड़ा हमला किया था| अब पठानकोट पर भारतीय वायुसेना के अटैक हेलीकॉप्टर्स, अपाचे की पहली स्कॉवड्रन बनायीं जा रही है| अमेरिका ने ईराक में खाड़ी के युद्ध के अलावा भी अफगानिस्तान में आतंकियों के कैंप (और गुफाओं) पर हमला करने के लिए इन अपाचे हेलीकॉप्टर्स का प्रयोग किया है|
वहीं ये हेलीकॉप्टर्स दिन हो या रात किसी भी मौसम में ऑपरेशन कर सकते हैं| इसके साथ ही ये से ऊंचे पहाड़ों में बने आतंकी कैंपों और दुश्मन कई सेना के ठिकानों और छावनियों पर हमला करने में कामयाब हो सकते है| भारतीय वायुसेना नए पठानकोट स्थित अपाचे की स्कॉवड्रन का ‘ग्लैडिएटर’ (Gladiator) नाम रखा गया है|
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