किसी भी लोकतंत्रीय देश का आधार मतदान होता है, मतदान द्वारा ही देश के प्रत्येक नागरिक को अपने प्रतिनिधि को चुनने का अधिकार प्राप्त होता है, इस अधिकार को प्राप्त करने के लिए स्वतंत्रता पूर्व अत्यंत संघर्ष किया गया है, जिसमे कई महान नेताओं को अपने जीवन का बलिदान तक देना पड़ा है, इसलिए मतदान बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है |
मतदान क्या होता है ?
देश के 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके सभी नागरिकों के द्वारा अपने प्रतिनिधि को चुनने की प्रक्रिया को मतदान कहा जाता है, मतदान देने के बाद जो प्रतिनिधि जीत प्राप्त करते है, उन्हें संसद या विधान सभा में देश या राज्य के लिए कानून बनाने का अधिकार प्राप्त हो जाता है | यह कानून सभी नागरिकों को प्रभावित करते है, इन्हीं कानून के आधार पर ही प्रशासन चलाया जाता है |
मतदान क्यों आवश्यक है ?
चुनाव में नागरिकों द्वारा किये गए गुप्त मतदान की गिनती की जाती है, जिसे मतगणना कहते है| जिस प्रतिनिधि को अधिक मत प्राप्त होते है, उसे चुनाव आयोग के द्वारा विजयी घोषित किया जाता है| यदि आपने मतदान नहीं किया तो संभावना होती है, की आयोग्य प्रतिनिधि जीत कर संसद या विधान सभा पहुंच जाता है, जहाँ पर वह गलत कानून का समर्थन देकर कानून को पास करवा देता है| जिससे मतदान करने वाला व्यक्ति और मतदान न करने वाला व्यक्ति दोनों ही प्रभावित होते है|
यहां पर यह विचार करने का विषय रहता है, कि यदि आपने मतदान सही व्यक्ति को किया होता और जिसने मतदान नहीं किया था, वह व्यक्ति भी सही व्यक्ति को मतदान करता, तो इस समस्या का जन्म न हो पाता, इसलिए देश और राज्य के प्रशासन को सही हाथों में देने के लिए मतदान करना अति आवश्यक है |
मताधिकार का महत्त्व
1.नागरिकों द्वारा किये गए मतदान के द्वारा चुने प्रतिनिधियों के माध्यम से ही शासन में जनता की भागीदारी होती है | यह सभी प्रतिनिधि अपनी जनता की समस्याओं, मांगों और उनके हितों का ध्यान रखते है, जिससे नागरिको में राजनीतिक चेतना जागृत होती है |
2.मताधिकार के कारण ही सरकार और जनता के बीच सामंजस्य उत्पन्न होता है, जिससे शासन व्यवस्था में कार्यकुशलता आती है |
3.वयस्क मताधिकार के कारण ही सरकार को संवैधानिक आधार प्राप्त होता है |
4.मतदान के द्वारा मतदाता सरकार बदलने की शक्ति रखता है |
राष्ट्रीय मतदाता दिवस
भारत में मतदाताओं को अपना अधिकार याद दिलाने के लिए प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है | भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र देश है, परन्तु यहाँ पर लोगों का रुझान मतदान के प्रति बहुत ही कम है, जिससे मतदान का प्रतिशत कम होता जा रहा है, भारत के सभी नागरिकों को मतदान के प्रति उत्साहित करने के लिए वर्ष 1950 से स्थापित चुनाव आयोग के 61वें स्थापना वर्ष पर 25 जनवरी 2011 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ का शुभारम्भ किया था | तब से प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है |