अभिनंदन जैसे एक और थे जांबाज पायलट पढ़े उनकी कहानी, 1965 के युद्ध में भी गिराया था पाक विमान

वर्तमान समय में भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन पूरे देश में चर्चा का विषय बने हुए है, इन्होंने पाकिस्तान में भारत के शौर्य और साहस का बखूबी प्रदर्शन किया है | पिछले दिनों उन्होंने रूस निर्मित मिग-21 के द्वारा पाकिस्तान के एफ-16 (यूएस निर्मित) को मार गिराकर हर किसी को अचंभित कर दिया था | यह भारतीय वायु सेना का मौजूदा प्रदर्शन है, इससे पूर्व भी भारत ने वर्ष 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान ऐसा ही कारनामा किया था |

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वर्ष 1965 में भारतीय स्क्वॉड्रन लीडर एबी देवय्या ने पाकिस्तानी वायुसेना के एफ-104 स्टारफाइटर को मार गिराया था | यह विमान अमेरिका द्वारा निर्मित थे | भारतीय स्क्वॉड्रन लीडर एबी देवय्या ने यह प्रदर्शन फ्रांस निर्मित मामूली विमान मिस्टीर से करके दिखाया था | भारत सरकार ने देवय्या को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया था |

भारत के कोयंबटूर बेस रिपेयर डिपो से एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा, ‘1965 में एक भारी-भरकम, कम स्पीड वाले भारतीय वायुसेना के मिस्टीर विमान ने पाकिस्तान का एफ-104 स्टारफाइटर मार गिराया था। इसी तरह का कुछ हमने 5 दिन पहले भी देखा है।’ 1965 की घटना का जिक्र ब्रिटिश लेखक जॉन फ्रीकर ने 1979 में अपनी किताब बैटल फॉर पाकिस्तान में विस्तार पूर्वक किया है |

इस किताब में लेखक जॉन फ्रीकर ने लिखा है कि ‘7 सितंबर 1965 को मिस्टीर पायलट स्क्वॉड्रन लीडर एबी देवय्या ने लड़ाई में रहकर सराहनीय साहस दिखाया था और गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद उन्होंने आखिर में स्टार फाइटर पर कई हमले कर उसे मार गिराया था। यह पहला और एकमात्र स्टारफाइटर लड़ाकू विमान था जो 1965 के युद्ध में दुश्मन की कार्रवाई में नष्ट हो गया था ‘ |

वर्ष 1965 में भारतीय स्क्वॉड्रन लीडर देवय्या पाकिस्तान वायुसेना बेस पर सरगोधा में एक एयरस्ट्राइक मिशन पर थे | देवय्या का लक्ष्य पाकिस्तान के एयर एसेट्स को नुकसान पहुंचाना था | एक वरिष्ठ वायुसेना अधिकारी ने बताया, ‘देवय्या ने स्टारफाइटर के साथ हवा में लड़ाई की थी जिसे पाकिस्तानी फ्लाइट लेफ्टिनेंट अमजद हुसैन उड़ा रहे थे। पाकिस्तान का लड़ाकू विमान तेज गति वाला और अत्याधुनिक था लेकिन हुसैन ने देवय्या को आउट-टर्न करने के चलते इसकी गति कम कर दी जो उनके लिए यह बड़ी गलती साबित हुई।’

देवय्या की मृत्यु एक रहस्यमय थी

पाकिस्तानी फ्लाइट लेफ्टिनेंट अमजद हुसैन और भारतीय स्क्वॉड्रन लीडर देवय्या के बीच कई शक्तिशाली वार हुए जिसमे अमजद हुसैन असफल हो गए | अधिकारी ने जानकारी दी कि, ‘मिस्टीर की लिमिटेड रेंज थी और भारत वापस आने के लिए उसमें पर्याप्त ईंधन भी नहीं बचा था, देवय्या के साथ क्या हुआ, यह रहस्य है। ऐसा माना जाता है कि वह विमान से सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाब नहीं हो सके’ | बाद में पाकिस्तान ने इसकी आधिकारिक पुष्टि की थी | काफी समय बाद जब देवय्या के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिली तब भारत सरकार ने उन्हें शहीद घोषित कर दिया इसके बाद उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था |

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