5 अगस्त राम मंदिर पूजन के दिन लोकसभा सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने फिर से एक बार विवादित बयान दिया है, उन्होंने माइक्रो ब्लॉग प्लेटफार्म ट्विटर से निशाना साधते हुए लिखा ‘बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी.’ साथ ही उन्होंने 1992 की कुछ फोटो भी शेयर की, हालाकि इसके बाद उनके ट्वीट की कड़ी प्रतिक्रिया भी हो रही है|
इससे पहले उन्होंने पिछले हफ्ते बाबरी मस्जिद के ढहाने को लेकर कांग्रेस पर आरोप लगाया, उन्होंने कहा ‘जिसका हक़ बनता है, उसे क्रेडिट दिया जाना चाहिए. आखिर वो राजीव गांधी ही थे, जिन्होंने बाबरी मस्जिद का ताला खोला था और वो पीवी नरसिम्हा राव ही थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए ये पूरा विध्वंस देखा था. कांग्रेस संघ परिवार के साथ विध्वंस के इस अभियान में हाथ में हाथ डाले खड़ी रही’.
उन्होंने संविधान का हवाला देते हुए प्रधानमन्त्री के पूजा समारोह में शामिल होने को संविधान की मूल भावना के खिलाफ बताया था उन्होंने लिखा था ‘आधिकारिक तौर पर भूमि पूजन में हिस्सा लेना प्रधानमंत्री की संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा. धर्मनिरपेक्षता संविधान की मूल भावना है.’ इसका जवाब देते हुए बीजेपी बंगलूरू साउथ से सांसद तेजस्वी सूर्या ने लिखा था: