सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर आलोक वर्मा के साथ विवाद को लेकर चर्चा में रहे स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना का कार्यकाल केंद्र सरकार ने तत्काल प्रभाव से कम कर दिया है। अस्थाना के साथ जांच एजेंसी के संयुक्त निदेशक अरुण कुमार शर्मा, उपमहानिरीक्षक मनीष कुमार सिन्हा और पुलिस अधीक्षक जयंत जे. नाइकनेवारे का कार्यकाल भी कम किया गया है।
गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी अस्थाना और तत्कालीन डायरेक्टर वर्मा का विवाद सार्वजनिक होने के बाद सरकार ने पिछले वर्ष अक्टूबर में दोनों को जबरन छुट्टी पर भेज दिया था। अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण प्राथमिकी दर्ज की गई थी जिसे उन्होंने दिल्ली न्यायालय में चुनौती दी थी। वर्मा के साथ विवाद के कारण उन्हें कुछ महीने पहले छुट्टी पर भेज दिया गया था, और अभी वह छुट्टी पर थे।
यह आदेश ऐसे समय आया है, जब कुछ दिन पहले आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक के पद से हटा दिया गया था और उन्हें दमकल, सिविल डिफेंस और होम गार्ड का महानिदेशक नियुक्त किया गया था। वर्मा ने नया पद लेने से इंकार कर दिया था, उनका कहना था, वह पुलिस सेवा से पहले ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली एक उच्चस्तरीय सिलेक्शन कमिटी ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को पद से हटाने का बड़ा निर्णय लिया था। समिति के अन्य सदस्यों में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और जस्टिस एके सीकरी शामिल भी थे। खड़गे के विरोध के बाद यह निर्णय 2-1 के बहुमत से लिया गया था। इस निर्णय के अगले दिन आलोक वर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।