Cervical Cancer Vaccine: केंद्र सरकार के आम बजट में सर्विकल कैंसर को लेकर 9 वर्ष से 14 वर्ष तक की बच्चियों के लिए रोकथाम से सम्बंधित विशेष अभियान चलाया जाएगा |
महिला में होने वाले प्रमुख 4 कैंसर में से सर्विकल कैंसर भी है व एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में करीबन हर साल 3 लाख महिलाओं की मृत्यु सर्विकल कैंसर से हो जाती है, इसके लिए शोध की बात करे तो सर्विकल कैंसर के लिए उपलब्ध वैक्सीन के सेवन से इसमें 90 फीसदी तक की कमी लायी जा सकती है |
एचपीवी वायरस क्या है?
एचपीवी का पूरा नाम ह्यूमन पैपिलोमा वायरस है | इस तरह के वायरस के लक्षण जल्द ही समझ में नहीं आते, परन्तु ऐसा देखा गया है कि ऐसी स्थिति में शरीर में छोटे छोटे मस्से आना, जोकि हाथ, पैर, जननांग और मुंह के अंदर भी देखे जा सकते है, इसके कुछ लक्षण में शामिल है | हालाकि कई बार बिना पता लगे ही शरीर अपनी व्यवस्था के अनुसार वायरस को ख़तम कर देता है जिसके लिए किसी उपचार कि जरुरत नहीं होती है |
शरीर में एचपीवी वायरस के कारण कई बार कोशिकायो कि असामान्य वृद्धि हो सकती है जो कैंसर का रूप ले सकती है |
एचपीवी वैक्सीन क्या है?
यह वैक्सीन एचपीवी वायरस से होने वाली 9 तरह की बीमारी को रोकता है जिसमे से 2 वायरस के कारण सर्विकल कैंसर होने कि सम्भावना रहती है | इसी वायरस के कारण एनल कैंसर, जेनिटल कैंसर (जनन अंगों में होने वाला कैंसर) और सिर एवं गर्दन के कैंसर होने कि सम्भावना अधिक रहती है | शोधकर्ता की माने तो सही समय पर वैक्सीन लगवाने से ही कम से कम 90 प्रतिशत तक इस तरह के कैंसर से बचा जा सकता है | साथ ही एचपीवी वैक्सीन केवल संक्रमण को रोकने में सहायता करती है, परन्तु एक बार संक्रमण हो जाने पर इसका उपयोग निष्फल ही रहता है |
सर्विकल कैंसर वैक्सीन कौन लगवा सकता है ?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार एचपीवी वैक्सीन को यौन सम्बन्ध बनाने की उम्र से पहले ही लगवा लेना चाहिए | साथ ही जिनकी जिनकी प्रतिरोधकता कम है, उन्हें कम से कम 2 से 3 वैक्सीन डोज़ देना चाहिए | आकड़ो के अनुसार देखे तो 9 से 14 उम्र के बीच वैक्सीन की सफलता सबसे अधिक होती है | हालाकि कई बार जानकारी के अभाव के कारण भी वैक्सीन कि उम्र निकल जाती है तो ऐसे आप 26 वर्ष की उम्र में भी इस वैक्सीन को लगवा कुछ हद तक अपनी रोकथाम कर सकती है |