पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने तीन राज्यों में अपनी जीत दर्ज की है | यह जीत कांग्रेस ने बिना गठबंधन किये हासिल की है | इसी को देखते हुए अनुमान लगाया जा सकता है कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव कांग्रेस उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अकेले लड़ सकती है। अब कांग्रेस पार्टी का मानना है कि उसे किसी और पार्टी से गठबंधन करने की जरूरत नहीं हैं वह अब जनता के भरोसे पर लोकसभा चुनाव जीत सकती है |
बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा के होने वाले गठबंधन जो कयासबाजी चल रही है उसमें कांग्रेस के लिए अमेठी और रायबरेली में शीट छोड़ने के लिए कहा जा रहा है क्योंकि काफी समय से समाजवादी पार्टी कांग्रेस के लिए उसके मन मुताबिक ये सीट छोड़ती आ रही है।
वहीं कांग्रेस इरादा बनाय है कि गठबंधन न हो और वह अकेले ही चुनाव में जीत हासिल करें | इसलिए कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेताओं सहित लगभग ढाई दर्जन लोगों से चुनाव लड़ने की तैयारी करने के लिए काफी महीने पहले ही बोल दिया था। ताकि लोकसभा चुनाव बिना गठबंधन के ही अच्छे से लड़ा जा सके |