सीआरपीएफ ने कश्मीरी छात्रों पर हमले की खबरों को बताया अफवाह, इसके बाबत जारी किए दिशा-निर्देश

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने पुलवामा आतंकवादी हमले को लेकर सोशल मीडिया में चल रहीं फर्जी तस्वीरों और पोस्टों को साझा न करने की अपील की है । सीआरपीएफ के अनुसार, कुछ शरारती तत्व नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं,साथ ही कश्मीरी छात्रों को प्रताड़ित करने से सम्बंधित सभी खबरो को गलत सिद्ध किया है ।

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सीआरपीएफ ने कहा, कि कुछ लोग घृणा फैलाने के उद्देश्य से शहीदों के क्षत-विक्षत अंगों की फर्जी तस्वीरें तथा कश्मीरी छात्रों पर हमले होने की अफवाहों को सोशल मीडिया पर फैलाकर लोगो को भ्रमित करनें का कार्य किया जा रहा है, जबकि सीआरपीएफ द्वारा की जांच में इस प्रकार फैलायी गयी खबरों को झूठा पाया गया |  

पुलवामा हमले के बाद से ही सोशल मीडिया पर शहीद जवानों के शरीर के अवशेष बताकर कुछ फर्जी फोटोज को शेयर किया जा रहा है, इसके साथ देश के कई भागो में कश्मीरी छात्रों को प्रताड़ित करनें की फोटोज को शेयर किया जा रहा है । कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं और लेफ्ट संगठनों ने सीआरपीएफ की ‘मददगार’ हेल्पलाइन पर यह शिकायत की थी, कि कश्मीरी छात्रों पर देश के कई हिस्सों में हमले हुए हैं। इस प्रकरण पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस ने स्थानीय अधिकारियों से इसकी पड़ताल कराई, जिसमें यह फर्जी पाया गया |

सीआरपीएफ ने एक ट्वीट में कहा, कि कश्मीरी छात्रों को प्रताड़ित करने की खबरें पूरी तरह से फर्जी हैं। कुछ उपद्रवी सोशल मीडिया पर फैला रहे हैं, जिनका उद्देश्य सिर्फ घृणा फैलाना है । सीआरपीएफ की एडवाजयरी में कहा गया है, कि ऐसी तस्वीरें या पोस्ट साझा नहीं की जानी चाहिए। ऐसी तस्वीरें और पोस्ट की सूचना webpro@crpf.gov.in पर दी जा सकती है।

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