पहले लोग अपने निवेश को भविष्य के लिए जमा पूंजी मानते थे| वर्तमान समय में नई पीढ़ी बचत करनें नहीं बल्कि निवेश करनें में दिलचस्पी रखते हैं| नए युवा वर्ग की पीढ़ी पूँजी निवेश करनें को महत्व न देते हुए भविष्य में और अधिक आय का स्त्रोत मानकर मार्केट में पूँजी निवेश कर रहे है|
युवा पीढ़ी एफडी, एनएससी जैसे सुरक्षित और सुनिश्चित साधनों में निवेश न करते हुए म्यूचुअल फंड और बाजार से जुड़ी अन्य योजनाओं में पैसा खर्च करना पसंद करते है, क्योंकि इन योजनाओं में बेहतर रिटर्न मिलनें की संभावना होती है|
लैडर फाइनेंसियल एडवाइजरीज के संस्थापक सुरेश सदागोपन के अनुसार, लोग पहले अपना टैक्स बचाने के लिए बीमा पॉलिसी अपने नाम करवा लेते थे, साथ ही डाकघर से जुड़ी जमा योजनाओं में पैसा जमा करते थे, परन्तु आज की पीढ़ी में तो तेजी के साथ परिवर्तन होता जा रहा है| नई पीढ़ी रकम ऐसी जगह लगाना चाहती है, जहाँ से उसे पांच, दस साल में अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सके |
युवा वर्ग के लोग एक ही योजना में अपनी पूरी पूंजी नहीं लगाना चाहते, वह अलग-अलग योजनाओं में पैसे का निवेश करते है। आज के युवा 10 लाख रुपये तक का न्यूनतम हेल्थ इंश्योरेंसमें में भी पैसा लगा रहें हैं साथ ही 5 से 10 वर्ष की योजनाओं में अधिक दिलचस्पी रखते हैं|