पूरे उत्तरी और मध्य भारत में कड़ाके की ठंड पड़ना आरंभ हो चुकी है | अधिक बर्फबारी होने से इसका प्रभाव मैदानी इलाकों पर काफी तेजी के साथ हुआ है | पूरे उत्तरी बिहार, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान सहित भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है | वहीं मध्य भारत के छत्तीसगढ़, ओडिशा और महाराष्ट्र में भी कड़ाके की ठण्ड पड़ रही है, दिल्ली-एनसीआर में अनेक स्थानों पर न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस से भी कम रह गया है।
उत्तर भारत में अधिक ठण्ड पड़ने लगी है, ठंडक के बढ़ जानें से लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहें हैं, और जो लोग अपने काम के लिए घर से बाहर निकलते हैं, वे लोग भी जगह-जगह जल रही आग का सहारा लेते हैं | जिन लोगों के पास ठण्ड से बचने के लिए हर तरह की सुविधा उपलब्ध होनें के बावजूद लोगों का ये हाल है, तो जो गरीब लोग खुले आसमान के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं, उनका क्या हाल हो रहा होगा | जबकि सरकार अनेक स्थानों बेघर लोगो को प्रशासन द्वारा रहनें की सुविधा प्रदान की जा रही है, परन्तु अभी बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जो बाहर खुले आसमान सोते हैं |
दिल्ली और एनसीआर इस बार पहली बार ऐसी कड़ाके की ठण्ड पड़ रही है, जबकि रविवार को भीलवाड़ा में न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री रहा और गुरुग्राम का न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री रहा। शीतलहर तेज होने से दिल्ली में बेघर लोगों ने रैनबसेरों में शरण ली है। दिल्ली और एनसीआर इस बार सर्दी में हर रेकॉर्ड तोड़ रहा है। रविवार को गुरुग्राम का न्यूनतम तापमान महज 0.4 डिग्री रहा। यह भीलवाड़ा से ठंडा है, जहां का तापमान महज 0.6 डिग्री है।
मध्य प्रदेश के मांडला, उमरिया और बुंदेलखंड के जंगलों में बर्फ की एक महीन परत जम गई है। वहीं कुछ जगहों पर पाला पड़ने की सूचना प्राप्त हुई है, इस ठण्ड का सबसे अधिक प्रभाव फसलों पर पड़ रहा है । एमपी के मैदानी इलाकों में खजुराहो और उमरिया सबसे ठंडे रहें, जहां तापमान 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, रविवार को भोपाल में न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी के हिल स्टेशन में न्यूनतम तापमान -2.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।