हमारी संस्कृति और परंपरा में पारिवारिक एकता का विशेष महत्व है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक वर्ष 15 मई को विश्व परिवार दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ने 1994 को अंतर्राष्ट्रीय परिवार वर्ष घोषित किया था, उसी समय से पूरे संसार में लोगों के बीच परिवार की अहमियत बताने के लिए प्रत्येक वर्ष 15 मई को अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाने लगा।
परिवार का महत्व समझाने के लिए इस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस दिन के लिए जिस प्रतीक चिह्न को चुना गया है, उसमें हरे रंग के एक गोल घेरे के बीचों बीच एक दिल और घर अंकित किया गया है। इससे स्पष्ट है कि किसी भी समाज का केंद्र परिवार ही होता है। इस वर्ष परिवार दिवस की थीम ‘परिवार और जलवायु अभियान’ है। इस परिवार दिवस के अवसर पर आईये जानते है, वो बातें जिनसे मजबूत हो जाता है आपका परिवार|
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1.परिवार के सदस्यों का महत्व समझें
प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी परिवार का सदस्य है, और सभी सदस्यों के समूह को परिवार कहते है| वर्तमान समय में लगभग परिवार छोटे होते जा रहे है, जिसके अनेक कारण हो सकते है, परन्तु हमें सबसे पहले अपने पारिवारिक सदस्यों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, अर्थात परिवार के सदस्यों को उनके अनुसार सम्मान मिलना चाहिए| यदि परिवार के सभी सदस्यों को सम्मान मिलता रहेगा तो परिवार में एकता के साथ-साथ परिवार अलग नही होंगे|
2.स्वयं की अपेक्षा दूसरो को महत्व दे
परिवार में एकता ही परिवार को सुद्रढ़ बनता है| सबसे अहम् बात यह है, कि हमारे अन्दर स्वार्थ का भाव नही होना चाहिए| और जब स्वार्थ का भाव नही होगा तो स्वाभाविक है, कि आप स्वयं से पहले परिवार के सदस्यों के बारें में सोचेंगे|
3.मधुर वाणी का प्रयोग
यदि परिवार के किसी भी सदस्य से कोई कार्य गलत हो जाता है, तो सबसे पहले हमें स्वयं पर नियंत्रण रखकर उनसे मधुर वाणी में बात करना चाहिए, जबकि अक्सर लोग ऊँचे स्वर से अपनी बात आरंभ करते है| यदि हम उस पूरे प्रकरण को प्यार से समझेंगे, तो इससे परिवार के सदस्यों के बीच आपसी समझदारी विकसित होगी और मामला भी सुलझ जाएगा|
4.शिष्टाचार का रखें विशेष ध्यान
परिवार में शिष्टाचार का होना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि शिष्टाचार ही हमें सफलता की शिखर पर पहुचता है| बुजुर्गों और बच्चों का सम्मान करना और उन्हें प्यार करना हमारे अच्छे शिष्टाचार को प्रदर्शित करता है। बड़ों से सम्मान के साथ बात करना, शिष्टाचार का ही हिस्सा हैं। वैसे किसी भी व्यक्ति को पसंद या नापसंद करने का सबसे मुख्य कारण शिष्टाचार ही होता है।
5.माफ करना और भूल जाएं की नीति अपनाएं
कहा जाता है, कि दंड देने वाले से माफ़ करने वाला बड़ा होता है, इसलिए हमारे अन्दर माफ़ कर भूल जाने का गुण अवश्य होना चाहिए| यदि आप अगर आप तनावरहित जीवन जीना चाहते हैं तो माफ करें और भूल जाएं की नीति अपनाएं।
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