लखनऊ, ऑनलाइन डेस्क| देश के इतिहास में एक पन्ना जुड़ने जा रहा है और 30 साल के लम्बे इंतज़ार के बाद अब भारत सरकार कश्मीर घाटी को लद्दाख से जोड़ने वाली टनल पर आज से काम शुरू करने जा रही है| इसकी नीव के लिए पहला विस्फोट सड़क परिवहन व राजमार्ग केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा किया जाएगा| देश के लिए सामरिक अहमियत वाली इस 14.15 किलोमीटर लंबी टनल का निर्माण करने में 6808.63 करोड़ का कुल खर्च आएगा|
इस अद्भुत टनल निर्माण के लिए मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर को चुना गया है जोकि इंजीनियरिंग स्ट्रक्चर में एक बड़ी कंपनी के रूप में जानी जाती है| इससे पहले यह टेंडर आईएलएंडएफएस को दिया गया था जोकि कंपनी दिवालियापन के कारण बंद हो गयी और घोटाले में फँस गयी| इसके बाद 15 जनवरी, 2019 को कंपनी का टेंडर रद्द कर दिया गया था| यही वजह है प्रोजेक्ट में और देरी होती चली गयी|
आपको बता दे कारगिल, द्रास और लद्दाख क्षेत्रों की जनता जोजिला टनल के निर्माण के लिए करीबन 30 साल से मांग कर रही है, हालाकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान यूपीए सरकार ने इसके निर्माण के प्रयास किया गया था लेकिन 3 बार टेंडर मंगाने पर भी कोई कंपनी ने आवेदन नहीं किया| टनल कर निर्माण से एनएच-1 पर बर्फीले तूफानों से भी राहत मिलेंगी और सुरक्षित यात्रा का सपना भी सच होगा|