हिन्दू धर्म में होली त्यौहार का अत्याधिक महत्व है, इस दिन सभी लोग बहुत ही धूमधाम के साथ होली का यह पर्व मनाते है | वहीं होली के पहले दिन रात्रि में होलिका दहन किया जाता है। माना जाता है कि, होलिका दहन से आस-पास के वातावरण में नई एवं सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो जाता है और लोगों के सभी कष्ट भी दूर हो जाते है। इस वर्ष होली का यह त्योहर 9 मार्च को मनाया जाएगा और उस दिन होलिका दहन का विधान होता है, जिसमें घर के सभी सदस्य शामिल होकर पूजा करते हैं |
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होली कैसे मनाये
होली के इस पर्व में होली के पहले दिन होलिका दहन के शुभ मुहूर्त पर होलिका दहन की पूरी विधि अच्छे से संपन्न की जाती है, इसके बाद होलिका दहन के समय वहां मौजूद लोग एक दूसरे को गुलाल से टीका करके गले लगाते हैं और एक दूसरे को होली की शुभकामनाये देते हैं | इसके बाद होली के दूसरे दिन नए-नए पकवान बनते हैं और सभी लोग आपस में मिलकर रंग और गुलाल के साथ होली का पर्व बहुत ही धूमधाम के साथ मनाते है | इस दिन सभी लोग एक दूसरे को रंग और गुलाल लगाते है और होली ढेर सारी बधाई देते है |
होलिका दहन मुहूर्त
होली का यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है और उसी दिन होलिका दहन भी किया जाता है | इसबार फाल्गुन पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 09 मार्च दिन सोमवार को प्रात:काल 03:03 बजे हो रहा है और इसका समापन उसी रात 11:17 बजे हो जाएगा | इसके साथ ही होलिका दहन का शुभ मुहूर्त शाम के समय 06:26 बजे से रात 08:52 बजे तक रहेगा । इस मुहूर्त में आप किसी भी समय होलिका दहन कर सकते है |
होली पूजन विधि
होली में होलिका दहन के समय की जाने वाली में पूजा में एक लोटा जल, चावल, गन्ध, पुष्प, माला, रोली, कच्चा सूत, गुड़, साबुत हल्दी, मूंग, बताशे, गुलाल, नारियल, गेंहू की बालियां आदि सामग्री का उपयोग किया जाता है |
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