लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए विपक्षी दलों द्वारा महागठबंधन किया गया है| इस गठबंधन में प्रत्येक पार्टी अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, जिसके लिए पार्टी प्रमुखों और प्रत्याशियों के बीच आपसी मनमुटाव चल रहा है, जिसके चलते सीट किस पार्टी के खाते में जाएगी यह अभी से कह पाना मुश्किल है|
यह तो तय माना जा रहा है, कि महागठबंधन में सीटों का बंटवारा राजग से पहले नहीं होगा | अभी जिस पार्टी को टिकट नहीं मिलेगा वह किसी अन्य पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने का प्रयास शुरू करेगा |
बिहार में आधा दर्जन के करीब ऐसी सीटें हैं, जिन पर दो से तीन दलों ने दावा ठोंक रखा है | इन सीटों में पहला नाम दरभंगा सीट का है| इस सीट के लिए सांसद कीर्ति झा आजाद भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं| बेगूसराय सीट इन दिनों हॉट-केक बनी हुई है| सीपीआई इस सीट से कन्हैया कुमार को लड़ाना चाहती है पर राजद इस सीट को अन्य दल को देना नहीं चाहती है|
मोतिहारी सीट पर रालोसपा चुनाव लड़ना चाहती है, मगर इस सीट पर राजद अपना प्रत्याशी उतारना चाहता है| वाम दल आरा सीट को हर हाल में छोड़ना नहीं चाहता है, लेकिन इस सीट पर राजद अपनी दावेदारी कर रहा है| इसी प्रकार यही स्थिति झंझारपुर सीट की बनी हुई है| इस सीट के लिए राजद के साथ सपा के देवेंद्र प्रसाद यादव ने भी दावा ठोंक रखा है|