दुनिया में बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो अपने पहचान वालों की सहायता करने के लिए हर स्थिति में तैयार रहते हैं, लोगो की मदद करनें में कुछ लोगों को बाद में अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना भी करना पड़ जाता हैं| इसी से सम्बंधित जानकारी देते हुए बता दें, कि यदि आपका कोई रिश्तेदार या फिर कोई पहचान वाला किसी कारण-वश बैंक से लोन ले रहा है, और वह आपसे लोन गारंटर बनने के लिए कहता है, तो आप इसका फैसला बहुत ही सोच-समझकर लें |
यदि आप भी किसी के लोन गारंटर बन रहे है, तो आप सबसे पहले इन कुछ नियमो के बारें में जानकारी अवश्य प्राप्त कर लेना चाहिए, क्योंकि गारंटर बननें के बाद बैंक से लिया गया ऋण आपको चुकाना पड़ सकता है| दुनिया में बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो बैंक से लोन लें तो लेते हैं, लेकिन बाद में उसे चुकानें में असमर्थ हो जाते है, जिसे देखते हुए रिजर्व बैंक ने गारंटर बनने के नियम सख्त कर दिए हैं।
जबकि बहुत से लोग यह सोचते है, कि गारंटर बनने में सिर्फ अपने दस्तखत ही करने रहते हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं हैं| ऐसा करने से आपकी लोन लेने की व्यक्तिगत क्षमता कम हो जाती है। इसके अतिरिक्त यदि कर्जदार बैंक का कर्ज वापस नहीं कर पाता है, तो बैंक आपसे भी कर्ज वसूली कर सकता है।
गारंटर बनने से पहले जान लें यह नियम
यदि आपसे कोई गारंटर बनने के लिए कहता है, तो आपको इसके लिए बैंक से कुछ जानकारियाँ प्राप्त करना आवश्यक है, क्योंकि बैंकगैर-वित्तीय और वित्तीय दो प्रकार के गारंटर बनाते हैं। गैर-वित्तीय गारंटर के अंतर्गत, जब कर्जदार समय पर ऋण नहीं चुकाता है, तो वह बैंक और कर्जदार को एक दूसरे से जोड़नें का काम करता है, और वित्तीय गारंटर को कर्ज ना चुकाने पर उसे लोन की भरपाई करनी पड़ सकती है |
ऐसे घट सकती है लोन लेने की क्षमता
यदि आप पहले से ही किसी के 50 लाख के लोन गारंटर बने हुए हैं, और इसके बाद आप अपना घर खरीदने के लिए 70 लाख रुपये का होम लोन लेने गये है, तो बैंक आपको केवल 20 लाख रूपये का ही लोन देगा, क्योंकि आप पहले से 50 लाख के गारंटर बने हुए हैं, इसलिए आपकी लोन लेने की क्षमता कम हो सकती है, और कर्ज न चुकाने पर आपको उस 50 लाख का भुगतान करना पड़ सकता है |
इस तरह से खराब हो सकता है आपका क्रेडिट स्कोर
यदि आप किसी लोन लेने वाले व्यक्ति के गारंटर हैं, और उसने समय पर कर्ज नहीं चुकाया है, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब हो सकता है। बैंक के एक अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बैंक सिबिल कर्जदारों की जानकारी के साथ-साथ गारंटर का भी रिकॉर्ड भी रखता है, इसलिए लोन लेने वाले व्यक्ति के गारंटर बनने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए, इसके बाद ही किसी के गारंटर बने, क्योंकि लोन डिफॉल्ट होने पर गारंटर का क्रेडिट स्कोर खराब होना निश्चित है।