आगरा लोकसभा सीट का इतिहास क्या रहा है, इस बार के चुनावी समीकरण किसे बनाएंगे विजयी

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Agra Lok Sabha Election- 2019

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आगरा को ताज नगरी के नाम से जाना जाता है| यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में अपने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत ताजनगरी से ही की थी, बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अपने प्रचार की शुरुआत आगरा से की थी| इससे इस सीट का महत्व पता चलता है|

नोट: आगरा लोकसभा चुनाव 18 अप्रैल को आयोजित किये जायेंगे |

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आजादी मिलने के बाद आगरा लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी, लेकिन पिछले दो दशकों से कांग्रेस इस सीट से महरूम रही है, इस पर भारतीय जनता पार्टी या समाजवादी पार्टी का कब्ज़ा रहा है  

1952 से लेकर 1971 तक यह सीट कांग्रेस के पाले में रही है| इमरजेंसी के बाद देश में कांग्रेस विरोधी लहर में चौधरी चरण सिंह की पार्टी भारतीय लोक दल ने यहां पर जीत दर्ज की

इसके बाद 1980, 1984 में कांग्रेस ने इस सीट पर वापसी की  

1989 में जनता दल ने इस सीट पर कब्जा किया

1991, 1996 और 1998 में भारतीय जनता पार्टी इस सीट पर जीत हासिल की  

1999 और 2004 में समाजवादी पार्टी से बॉलीवुड अभिनेता राज बब्बर जीते

2009 और 2014 में भारतीय जनता पार्टी के रामशंकर कठेरिया ने जीत दर्ज की

चुनावी समीकरण

आगरा दलित और मुस्लिम वोटरों का गढ़ माना जाता है

दलित और मुस्लिम 37 प्रतिशत ह

यहां 18 लाख से अधिक वोटर  

10 लाख पुरुष और 8 लाख महिला वोटर

2014 लोकसभा चुनाव परिणाम

1.रामशंकर कठेरिया, भारतीय जनता पार्टी, वोट 583716, 54.5 प्रतिशत

2.नारायण सिंह सुमन, बहुजन समाज पार्टी, वोट 283453, 26.5 प्रतिशत

3.महाराज सिंह ढांगर, समाजवादी पार्टी, वोट 134708, 12.6 प्रतिशत

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