मंगलवार 3 सितंबर को पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन में अपाचे के लांचिंग का कार्यक्रम आयोजित किया गया था| वहीं इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एयरचीफ मार्शल बीएस धनोआ बतौर मुख्यातिथि पहुंचे थे। अपाचे एएच 64ई के शामिल होने पर सेना प्रमुख धनोआ काफी उत्साहित दिखे और उन्होंने कहा कि, यूएस की बोइंग कंपनी ने हमें समय से पहले आठ अपाचे दे दिए हैं और आश्वस्त किया है, कि बाकी 14 अपाचे भी मार्च 2020 तक इंडियन एयरफोर्स के पास पहुंच जाएंगे।’
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वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा कि, अपाचे एएच 64ई के बेड़े में शामिल होने के बाद निसंदेह एयरफोर्स की ताकत बढ़ी है। जिस तरह से इस लड़ाकू हेलीकॉप्टर की खूबियां हैं, उसे देखें तो यह हेलीकॉप्टर ‘शूट फायर एंड फारगेट’ की तर्ज पर काम करेगा।’
धनोआ ने कहा कि, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, रॉकेट, गन इत्यादि हथियारों से लैस यह हेलीकॉप्टर एक बार फायर दागने के बाद दुश्मन खेमे में भारी तबाही मचाएगा। इसी के साथ कहा कि मैं आश्वस्त हूं कि अपाचे के आने से इंडियन एयरफोर्स की ऑपरेशन क्षमता में भी इजाफा होगा।’
धनोआ ने कहा कि, “अपग्रेडेड राडार सिस्टम, डाटा शेयरिंग कैपेबिलिटी समेत विभिन्न ऑपरेशंस में अहम भूमिका निभाने वाला यह अपाचे युद्ध क्षेत्र में दुश्मन के एयर डिफेंस को बिखेरने की क्षमता भी रखता है। उन्होंने कहा कि बोइंग कंपनी ने इसके निर्माण के दौरान इंडियन एयरफोर्स के बताए मानकों को पूरी तरह ध्यान में रखा है।’

धनोआ ने कहा कि वैसे तो इंडियन एयरफोर्स 1954 से हेलीकॉप्टर उड़ा रही है। चीता, चेतक हो या फिर एमआई-35 आईवी इन सभी अटैक हेलीकॉप्टरों ने विभिन्न युद्ध क्षेत्रों में कई मिशन फतह किए हैं।
उनके मुताबिक़, यूएस, यूके, इजराइल समेत कई देशों ने भी अपाचे का लोहा माना है। अंत में धनोआ ने कहा कि, मैं पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन को अपाचे की 125 ग्लेडिएटर स्क्वाड्रन मिलने से बहुत खुश हूं और साथियों को सर्वदा ‘हैप्पी लैंडिंग’ की शुभकामनाएं देता हूं, जय हिन्द।’
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