अब ऑटो सेक्टर में सुस्ती का असर इस क्षेत्र में काम करने वालों लोगों पर इसका असर पड़ने वाला है, क्योंकि ऑटो पार्ट्स मैन्युफैक्चरर्स ने चेतावनी दी है, कि यदि ऑटो सेक्टर में सुस्ती बनी रहती है, तो करीब 10 लाख लोगों की नौकरी जा सकती है। इसी के साथ इन्होंने सरकार से जीएस की दर में कटौती कर 18 फीसदी की समान दर से लागू करने की भी अपनी मांग रखी है|
इसे भी पढ़े: Datsun Redigo 2019: नए फीचर्स के साथ बाजार में उतरी, कीमत मात्र 2.79 लाख रुपये
मीडिया से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ऑटोमोटिक कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ACMA) के अध्यक्ष राम वेंकटरमानी ने कहा कि, ऑटोमेटिव इंडस्ट्री अभूतपूर्व सुस्ती का सामना कर रही है। इसका कारण सभी सेगमेंट में वाहनों की बिक्री में कमी होना है। पिछले कई महीनों से वाहनों की बिक्री में गिरावट जारी है।’
वेंकटरमानी ने कहा कि, ऑटो कंपोनेट वाहन उद्योग पर पूरी तरह से निर्भर हैं। इस संकट की स्थिति में 15-20 फीसदी उत्पादन में कटौती की जा चुकी है। यदि यही हाल चलता रहा तो करीब 10 लाख लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। जानकारी देते हुए बता दें कि, ACMA ने पूरे वाहन उद्योग में 18 फीसदी की समान दर से जीएसटी की दर लागू करने की मांग रखी हैं |
इसे भी पढ़े: Revolt RV 400 : देश की पहले इलेक्ट्रिक बाइक बुक करे मात्र 1000 रूपये में