अयोध्या मामला : रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले की सुनवाई के लिए देश के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने आज नई बेंच का गठन कर दिया है। इस नई बेंच में जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस अब्दुल नजीर शामिल हैं। ये बेंच अब अयोध्या मामले की सुनवाई 29 जनवरी को शुरू करेगी | प्राप्त जानकारी के अनुसार बेंच के तीन अन्य जजों में CJI, जस्टिस एसए बोबडे और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ होंगे।
आपको हमने पहले ही बताया था कि पहले वाली बेंच के एक सदस्य जस्टिस यू. यू. ललित ने अपने आप को बेंच से अलग कर लिया था ठीक उसी दिन सुप्रीम कोर्ट ने रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले की सुनवाई के लिए नई बेंच बनाने का निर्णय लिया था। आगे हम आपको बता दे कि जस्टिस ललित बेंच से क्यों अलग हुए ?
जस्टिस ललित बेंच से क्यों हुए अलग?
ऐसा हुआ क्यों, कि जस्टिस यू. यू. ललित ने अपने आप को बेंच से अलग कर लिया, तो आपको बता दे कि मुस्लिम पक्षकार की तरफ से वरिष्ठ वकील राजीव धवन ने जस्टिस यू. यू. ललित के पीठ में होने पर ही सवाल उठा दिया जिसका कारण उन्होंने बताया कि जस्टिस यू. यू. ललित एक समय अयोध्या केस से जुड़े एक मामले में वकील के तौर पर रह चुके हैं। राजीव धवन ने कोर्ट में बताया कि जस्टिस यू. यू. ललित 1997 में कल्याण सिंह की तरफ से वकील रह चुके हैं ।