चैत्र नवरात्री 2019: चैत्र शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को नवरात्रि अष्टमी तिथि मनाई जाती है, और नवमी तिथि को नवमी तिथि को रामनवमी मनाई जाती है। बता दें कि इस बार अष्टमी और रामनवमी एक ही दिन मनाई जायेगी क्योंकि इस बार 13 अप्रैल को नवमी सुबह 8.19 बजे से 14 अप्रैल की सुबह 6.04 बजे तक रहेगी | राम नवमी के दिन ही कन्याओं का पूजन कर नवरात्रि के नौ दिनों के व्रत का पारण किया जाता है | इस बार की राम नवमी पुष्य नक्षत्र के योग में है। पुष्य नक्षत्र सभी 27 नक्षत्रों में सबसे सर्वश्रेष्ठ नक्षत्र होता है, क्योंकि भगवान राम का जन्म भी पुष्य नक्षत्र में ही हुआ था।
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वहीं शुक्रवार 12 अप्रैल को अष्टमी सुबह 10:18 बजे से 13 अप्रैल की सुबह 08:16 बजे तक रहेगी फिर उसके बाद नवमी तिथि शुरू हो जाएगी।
अतः नवमी को किया जाने वाला हवन – पूजन 14 अप्रैल को प्रातः 06:00 बजे के पहले ही समाप्त किया जाएगा | इसके बाद 14 अप्रैल को दशमी तिथि को नवरात्र का पारण 6 बजे के बाद किया जा सकेगा। इसके अलावा 13 अप्रैल को ही मध्यान्ह नवमी तिथि होने की वजह से प्रभु श्री राम की जयतीं मतलब रामनवमी का त्यौहार मनाया जाएगा |
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