गाजियाबाद की सीट बाहरी नेताओं को क्यों है सबसे ज्यादा पसंद

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गाजियाबाद ऐसी सीट है जहाँ बाहरी नेता ही चुनाव के लिए मैदान में उतरते नजर आते है, जबकि एनसीआर के लोकसभा क्षेत्रों में गाजियाबाद सबसे छोटी सीट है । इसके बावजूद भी यहां बाहरी और वीआईपी नेता ही चुनाव लड़ने के लिए आते हैं।

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जानकारी देते हुए बता दें कि इस क्षेत्र के पड़ोसी जिला गौतमबुद्ध नगर संसदीय क्षेत्र में  विधानसभा की 5 सीटे हैं और एनसीआर के 2 अन्य शहरों गुड़गांव और फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्रों में विधानसभा की 9-9 सीटें हैं। यदि इन क्षेत्रों की तुलना करें तो ऐसे में गाजियाबाद में केवल 4 विधानसभाएं हैं। जैसे- गाजियाबाद, साहिबाबाद, मुरादनगर और लोनी |

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बीजेपी या कांग्रेस ही गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र में अपने उम्मीदवार खड़ी करती आ रही है। वहीं एनसीआर के दूसरे शहर फरीदाबाद, गुड़गांव या गौतमबुद्ध नगर में बीजेपी अपने स्थानीय कार्यकर्ताओं को उतारते है। 2009 के लोकसभा चुनाव में  राजनाथ सिंह गाजियाबाद से एमपी बने थे, तो वहीं 2014 में जनरल वी.के. सिंह ने सीट हासिल की थी। 

इसी प्रकार से 1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने गांधी परिवार के काफी करीबी सुल्तानपुर जिले के निवासी केएन सिंह को यहां से चुनाव में खड़ा किया था और वह सांसद बन गये थे और 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने गांधी परिवार के करीबी सिनेमा स्टार राज बब्बर को चुनावी मैदान में उतारा गया था |

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