अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में भी दिखा पुलवामा हमले का असर पाक ने बढ़ाया हाथ तो भारत ने देखिये क्या किया

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पूर्व भारतीय नेवी अफसर जाधव को सुनाई मौत की सजा को लेकर इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) में सोमवार से सुनवाई शुरू हो गई,यह सुनवाई चार दिन तक चलेगी। मामले की सुनवाई से पहले सोमवार को भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों का आमना-सामना हुआ, इस दौरान पाकिस्तानी अटॉर्नी जनरल ने हाथ मिलाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय संयुक्त सचिव के नेतृत्व में अधिकारियों ने हाथ मिलाने की बजाय उनसे सिर्फ हाथ जोड़कर मुलाकात की |

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यह प्रकरण उस समय का है, जब कुलभूषण जाधव मामले की सुनवाई से पहले भारत की तरफ से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे और विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव दीपक मित्तल बैठे हुए थे, इसी बीच पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल मंसूर खान उनकी टेबल पर पहुंच गए। मंसूर खान ने संयुक्त सचिव दीपक मित्तल से हाथ मिलाने को आगे बढ़ाया, परन्तु दीपक मित्तल ने अपनी तरफ से सिर्ग हाथ जोड़कर ही मुलाकात किया। इसके साथ ही दीपक मित्तल के साथ मौजूद अधिकारियों ने भी मंसूर खान से हाथ नहीं मिलाया।

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में 44 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे, जिसके बाद पूरा भारत, पाकिस्तान पर आक्रोश व्यक्त कर रहा है, और अब पाकिस्तान को दुनियाभर में अलग-थलग करने के लिए भारत अनेक प्रकार से कूटनीतिक दबाव बनाया जा रहा है।   

मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा परिषद के स्थाई पांच देशों के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त जापान, जर्मनी, दक्षिण कोरिया, दक्षिण एशिया व खाड़ी क्षेत्र के 25 देशों के नई दिल्ली स्थिति प्रतिनिधियों से मुलाकात की गई है। विदेशी दूतावासों की तरफ से उनके राजदूत या उच्चायुक्त उपस्थित हुए। सभी देशों का मानना है, कि आतंकी संगठन जैश को पाकिस्तान की पूरी सहायता प्राप्त हो रही है । भारत ने कहा है, कि पाकिस्तान जैश सहित अन्य सभी आतंकी संगठनों को किसी भी प्रकार का  समर्थन देना पूर्ण रूप से बंद कर दे ।

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