भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र के लॉन्च पैड से कार्टोसैट-3 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। इसके साथ ही इसरो ने 13 अमेरिकी नैनो सैटेलाइट का भी सफल लॉन्च किया है। इसरो प्रमुख के सिवन ने इस सफल लॉन्च पर खुशी जताई है। भारत इस सैटेलाइट की मदद से जरूरत पड़ने पर सर्जिकल या एयर स्ट्राइक भी कर सकेगा। इसमें सबसे अत्याधुनिक और सबसे ताकतवर कैमरे का उपयोग किया गया है, जो कि हाई रेजोल्यूशन तस्वीरें क्लिक करने की क्षमता रखता है।
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कार्टोसैट-3 सैटेलाइट को अंतरिक्ष में भारत की तीसरी आंख कहा जा रहा है, क्योंकि यह अंतरिक्ष से भारत पर अपनी नजर बनाए रखेगा। कार्टोसैट-3 का वजन 1,625 ग्राम है, और इसमें कार्टोसैट-3 पृथ्वी से 509 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्कर लगाएगा। कार्टोसैट-3 का सबसे बड़ा उपयोग देश की सीमाओं पर निगरानी के लिए किया जाएगा। इसकी सहायता से आतंकवादी गतिविधियों पर आसानी से नजर राखी जा सकेगी।
इस सैटेलाइट की सबसे बड़ी खासियत यह है, कि कार्टोसैट-3 का कैमरा इतना ताकतवर है कि वह अंतरिक्ष से जमीन पर 1 फीट से भी कम (9.84 इंच) की ऊंचाई तक की तस्वीर ले सकेगा| इस कैमरे के माध्यम से बेहद बारीक चीजों को भी स्पष्ट तौर पर देखा जा सकेगा । बता दें कि अभी तक इतनी स्पष्टता वाले सैटेलाइट कैमरा को किसी भी देश ने लॉन्च नहीं किया है। इससे पहले अमेरिका ने जियोआई-1 सैटेलाइट को लॉन्च किया था, जो कि केवल 16.14 इंच की ऊंचाई तक की तस्वीरें ले सकता है।
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