फेसबुक (Facebook) ने आगामी लोकसभा चुनावों से ठीक पहले अपने प्लेटफॉर्म पर दिखने वाले राजनीतिक विज्ञापनों के तरीकों में संशोधन करनें की घोषणा की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर अब राजनीतिक विज्ञापन उसके लिए जिम्मेदार व्यक्ति के बारे में जानकारी के साथ ही दिया जा सकेगा। कंपनी ने आम चुनाव से पहले राजनीतिक विज्ञापनों में पारदर्शिता लाने के लिए यह कदम उठाया है।
कंपनी के सार्वजनिक नीति निदेशक (भारत एवं दक्षिण एशिया) शिवनाथ ठुकराल ने कहा, कि गुरुवार से लोगों को विज्ञापन के साथ विज्ञापनदाता या उसके लिये भुगतान करने वाले की भी जानकारी मिलेगी । इससे लोगो को यहाँ जानकारी प्राप्त हो सकेगी, कि यह विज्ञापन किसनें दिया है|
फेसबुक जल्द ही लोगों को राजनीतिक विज्ञापनों के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए एक लाइब्रेरी पेज देने जा रहा है | इसमें उस विज्ञापन से सम्बंधित जानकारी जैसे- पेज आखिर कहां का है, इसकी पहुंच कहां तक है, उस पर कितना धन व्यय किया गया और उसे कहां-कहां देखा गया आदि की जानकारी होगी। इसके साथ ही फेसबुक जल्द ही यह व्यवस्था भी करने जा रहा है, जिससे राजनीतिक विज्ञापन देने वाले के लोकेशन के बारे भी लोगों को जानकारी प्राप्त होगी, कि यह विज्ञापन कहाँ से दिया गया है ?
सोशल मीडिया कंपनी के अनुसार, यह नए फीचर और राजनीतिक विज्ञापन नीति का पालन 21 फरवरी से पूर्ण रूप से लागू कर दिया जायेगा, उसके बाद से सत्यापित और संबंधित शर्तो को मानने की घोषणा करने वाले विज्ञापनकर्ता ही उसके प्लेटफॉर्म पर भारत में राजनीतिक विज्ञापन दे सकेंगे।
आम चुनाव से पहले भारत सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों को सख्त चेतावनी दी है, कि यदि किसी नें सोशल मीडिया के माध्यम से गलत तरीके से चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने आइटी नियमों में संशोधन का प्रस्ताव किया है, जिसके माध्यम से सोशल मीडिया, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और मैसेजिंग एप को और अधिक जवाबदेह बनाने का प्रावधान किया गया है।
चुनावों के मद्देनजर कंपनी की नई नीति काफी महत्वपूर्ण है। फेसबुक के लिए भारत सबसे अहम बाजार है और यहां पर हर माह करीब 217 मिलियन यूजर्स इस साइट का प्रयोग कर रहे हैं।