RBI के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य का इस्तीफा: मीडिया रिपोर्ट

सोमवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अर्थात आरबीआई को एक और बड़ा झटका लगा है, क्योंकि आरबीआई के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने कार्यकाल पूरा होने से 6 माह पूर्व अपने पद से इस्तीफा दे दिया है| हालाँकि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया है ? इसका कारण अभी सामनें नही आया है, इसकी वजह सिर्फ निजी कारण ही बताया जा रहा है| ऐसा सात माह में दूसरी बार हुआ है, जब आरबीआई के किसी उच्‍च अधिकारी ने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दिया है|

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इससे पहले आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने दिसंबर में निजी कारण बताते हुए अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया था, और सबसे अहम बात यह है, कि विरल आचार्य आरबीआई के उन बड़े अधिकारियों में शामिल थे, जिन्‍हें उर्जित पटेल की टीम का हिस्‍सा माना जाता था| आरबीआई के अनुसार,  कुछ हफ्ते पहले आचार्य का पत्र मिला था, उसमें कहा गया था कि अपरिहार्य निजी कारणों से 23 जुलाई के बाद डिप्टी गवर्नर के पद पर रहना संभव नहीं होगा, फिलहाल अभी आचार्य के पत्र पर विचार किया जा रहा है।

आचार्य 23 जनवरी 2017 को रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर बने थे, और डिप्टी गवर्नर के पद पर उनका कार्यकाल जनवरी 2020 में पूरा होना था|  वह आरबीआई की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी यूनिट, मॉनेटरी पॉलिसी डिपार्टमेंट, डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक एंड पॉलिसी रिसर्च, फाइनेंशियल मार्केट ऑपरेशन डिपार्टमेंट और फाइनेंशियल मार्केट रेग्युलेशन डिपार्टमेंट के इन्चार्ज भी हैं। विरल आचार्य केंद्रीय बैंक के लिए अपने पद पर लगभग 30 महीने कार्य किया|    

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