ICICI बैंक से आ रही है कस्टमर्स के लिए ‘UPI वॉर्निंग’ हो रहे हैं फ्रॉड – आप ऐसे बच सकते है ये है तरीका

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एटीएम और बैंकिंग फ्रॉड होना कोई नहीं बात नहीं है, और इस तरह की घटनाएँ दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, इसलिए ICICI बैंक  अपने यूजर्स को और खासकर उन यूजर्स को फ्रॉड से बचकर रहने की वॉर्निंग दे रहा है, जो यूपीआई ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं। यूपीआई से जुड़े स्कैम्स को देखते हुए बैंक यूपीआई आधारित पेमेंट ऐप्स जैसे- पेटीएम, गूगलपे और फोनपे आदि उपयोग  करने वाले यूज़र्स को सावधान कर रहा है। इसे लेकर ICICI बैंक ने एक एडवाइजरी जारी की है।

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1.फोन कॉल पर डीटेल्स न बताए 

यदि आपके पास किसी भी तरह का फोन कॉल आए और सामने वाला बैंक का कर्मचारी बताकर आपसे  बैंकिंग डीटेल्स पूछ रहा हो, तुरंत फोन काट दें। सामने वाला कितना ही आपके बैंक से बोलने का दावा कर रहा हो, आपसे जुड़े कुछ डीटेल्स भी बताए परन्तु आप उसकी बातें न सुने और फोन काट दे| बैंक की ओर से यह स्पस्ट कर दिया गया है, कि कोई भी कर्मचारी फोन पर अकाउंट डीटेल्स या ओटीपी नहीं पूछता।

2.ओटीपी शेयर करने से बचे

यदि आप नया यूपीआई अकाउंट सेटअप कर रहे हों, तो किसी बाहरी व्यक्ति की मदद न लें। अपने फोन पर आने वाले ओटीपी या पिन को किसी को भी फॉरवर्ड न करें। फ्रॉड करने वाले लोग अक्सर डीटेल्स पता लगाकर नया वर्चुअल पेमेंट अकाउंट (वीपीए) सेटअप कर लेते हैं, और अमाउंट ट्रांसफर कर लेते हैं। ऐसे में भूल से भी ओटीपी किसी के साथ शेयर न करें। इसके साथ ही किसी भी एसएमएस या वॉट्सऐप पर आए अनजान लिंक पर क्लिक करनें से बचे ।

3.ऐसे हो सकता है फ्रॉड

यूपीआई पेमेंट से जुड़े ऐप्स में अगर कोई आपके रकम मांगता है, तो इसका नोटिफिकेशन ऐप पर दिखता है। अक्सर फ्रॉड करने वाले किसी सर्विस या सामान के बदले यूजर को पेमंट ऐप के जरिए ही भेजने की बात कहता है। फिर पेमंट ऐप का नाम और उससे जुड़ा मोबाइल नंबर मांगता है।

सामान बेचने वाला शख्स जालसाजों को पेमंट ऐप से जुड़ा मोबाइल नंबर दे देता है। जालसाज फोन पर बात करने के दौरान टोकन मनी की रकम अपने पेमंट ऐप से पैसे भेजने की जगह पैसे लेने यानी Request Money का ऑप्शन भेज देते हैं, और सामने वाले शख्स से कहते हैं कि रकम भेज दी है, प्लीज आप उसे ओके कर दीजिए और UPI PIN डालकर बैलेंस चेक कर लीजिए।

यूजर ऐप पर सिर्फ रकम देखते है, और Pay को ओके समझकर उस पर टैप पर देते है। साथ ही बैलेंस चेक करने के लिए UPI PIN डाल देते है। ऐसा करते ही उसके पेमंट ऐप से पैसे कट जाते हैं, और जालसाज के अकाउंट में आ जाते हैं।

4.बैंक की नहीं होगी जिम्मेदारी  

ध्यान रखें कि यदि कोई आपको पेमेंट ऐप के जरिए पैसे भेज रहा है, तो आपको पेमेंट ऐप पर कहीं टैप करने की जरूरत नहीं है, और न ही कोई पिन डालने की। यही वजह है कि पेमंट ऐप का प्रयोग करते समय सतर्क रहना बहुत जरूरी है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार, अगर पेमंट ऐप यूजर UPI PIN डाल देता है, और उसके बाद उसके अकाउंट से रकम कट जाती है तो ऐसे में बैंक जिम्मेदार नहीं होता।

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