अभी तक उत्तर प्रदेश से उद्योगपति लोग पलायन करते हुए नजर आते थे, उन्हें अब बड़ी मात्रा में सरकार द्वारा सुविधा उपलब्ध कराई गई है | जानकारी देते हुए बता दें की यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले कि पहले उत्तर प्रदेश से ज्यादा से ज्यादा उद्योगपति पलायन कर रहे थे और वहीं अब यूपी में निवेश के नए रेकॉर्ड बनते हुए दिखे हैं।
इसके साथ ही योगी जी ने बताया कि हमारे अफसरों ने इन्वेस्टर्स समिट का नाम ‘ग्लोबल’ रखा था, परन्तु उन्होंने प्रस्ताव अधिक से अधिक 50 हजार करोड़ रूपये का रखा था। वहीं मैनें यह लक्ष्य जब दो लाख करोड़ का तय कर दिया तो इस पर मंत्री और औद्योगिक विकास आयुक्त दोनों बोले कि एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा नहीं हो सकेगा | इसके बाद कहा की मैंने पहले ही कहा था अब उत्तर प्रदेश में बदलाव हो चुका है इसलिए अब तक के आंकड़ों के अनुसार करीब 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश आ चुके हैं।
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मुख्यमंत्री ने सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया
मुख्यमंत्री ने एनबीटी यूपी विकास संवाद में सरकार की उपलब्धियों और उसकी कार्य योजना पर विस्तार से बातें करते हुए बताया है की अफसरों को निवेश के लिए 50 हजार करोड़ रूपये का भी भरोसा नहीं था, लेकिन 5 लाख करोड़ के निवेशक आए | इसके बाद उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सत्ता में आये हुए एक महीने ही बीते थे कि लखनऊ से टीसीएस और नोएडा से सैमसंग छोड़कर जाने की पूरी तैयारी में थे | उन्होंने कहा कि इस मामले में मैंने जब रतन टाटा से जानकारी ली तो उनसे मालूम हुआ कि वह यहां की सरकारों से परेशान हो चुके हैं। इसके बाद टीसीएस के साथ-साथ सैमसंग रुके ही और इसके अलावा उन्होंने यूपी में और भी निवेश किया।
योगी ने बताया कि 8 मार्च को कानपुर में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरमनी 75 हजार करोड़ के प्रस्तावों पर होनी थी जिसमें प्रधानमंत्री को उपस्थित होना था, परन्तु 8 मार्च को ही कई अन्य बड़ी परियोजनाओं के लोकार्पण की वजह से इसे आगे बढ़ा दिया गया है।
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