आजकल छोटे से बड़े तक सभी फ़ोन चलाने के काफी शौकीन होते है | किशोरी अवस्था के लोगों को फ़ोन कुस अधिक रूचि होती है| आज इसी का खुलासा सामने आया है, अमेरिका स्थित जॉर्जिया विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने अमेरिका के 10 लाख से अधिक किशोरों से जुड़े आंकड़ों के बारे में मालूम किया है, कि चौबीसों घंटे स्मार्टफोन से चिपके रहने वाले किशोर फोन से दूर रहने वाले अपनी उम्र के अन्य किशोरों के मुकाबले अधिक दुखी रहते हैं।
सर्वेक्षण में विद्यार्थियों से पूछा गया कि वह अपने फोन, टैबलेट और कंप्यूटर के साथ अधिक से अधिक कितना समय बिताते हैं | इसके बाद उनसे औ बातचीत करने पर पता चला कि कंप्यूटर गेम्स खेलने, सोशल मीडिया, संदेश भेजने, वीडियो चैटिंग करने सहित फोन आदि पर अधिक समय बिताने वाले किशोर अधिकतर शांत और दुखी रहते हैं और जो लोग इन उपकरणों से दूर रहते हैं | वे लोग बिल्कुल चैतन्य रहते हैं |
अध्ययन के मुताबिक, खेल-कूद, अखबार-पत्रिकाएं पढ़ने वाले किशोर अधिक खुश रहते है | इसलिए फ़ोन से हर समय चिपके नहीं रहना चाहिए फ़ोन के अलावा हमें दूसरी चीजों पर भी ध्यान देना चाहिए | अध्ययन का मानना है कि फ़ोन पर हमेशा व्यस्त रहने वाले लोग अप्रसन्नता की ओर बढ़ते जा रहें हैं |