भारत के जाबाज विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने कल रात लगभग 9 बजकर 15 मिनट पर वाघा बॉर्डर के रास्ते अपने वतन भारत में वापसी की| इस दौरान अभिनंदन के चेहरे पर भारतीय होने का गर्व साफ़ देखा जा सकता था| वह निडरता के साथ पाकिस्तान की सीमा से भारत की सीमा में वापसी कर रहे थे|
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय में निदेशक डॉ फरिहा बुगती ने अभिनंदन को वाघा बॉर्डर की सीमा तक छोड़ा, डॉक्टर बुगती एक एफएसपी (भारत के आईएफएस के बराबर) अधिकारी हैं और अपने विदेश कार्यालय (भारत के विदेश मंत्रालय के समकक्ष) पर भारत के मामलों को संभालने की प्रभारी हैं|
भारत के सैन्य अधिकारियों ने अभिनंदन का हाथ मिला कर स्वागत किया और उन्हें मेडिकल चेक अप के लिए ले गए| पाकिस्तान ने अभिनंदन को दोपहर में छोड़ने की घोषणा की थी, लेकिन कागजी कार्यवाही के नाम पर उसने कई घंटों तक सभी भारतीयों को इन्तजार कराया | अभिनंदन का परिवार और भारतीय सैन्य अधिकारी दोपहर से इनकी वापसी की प्रतीक्षा कर रहे थे |
घटना क्रम
14 फरवरी को भारत के सीआरपीएफ की गाड़ी पर आत्मघाती हमला हुआ जिसमे हमारे 42 जवान शहीद हुए थे| तब से भारत पाकिस्तान को अलग-थलग करने की सफल कोशिश करने लगा |
अमेरिका, फ्रांस, रूस, इजरायल और यूनाइटेड किंगडम सहित दुनिया के 40 बड़े देशों ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा की| इन सभी देशों ने पाकिस्तान से उसकी जमीन पर पल रहे आंतकियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने को कहा लेकिन पाकिस्तान ने कुछ नहीं किया| जिसके बाद 26 फरवरी को भारत के द्वारा पाकिस्तानी क्षेत्र में एयर स्ट्राइक की गयी| जिसमे लगभग 300 से 350 आतंकी मारे गए थे| भारत की एयर स्ट्राइक का अमेरिका, फ्रांस, रूस, इजरायल और यूनाइटेड किंगडम, फ़्रांस सऊदी अरब, यूएई ने समर्थन किया|
भारत की एयर स्ट्राइक का जवाब देने के लिए 27 फरवरी को पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने सीमा वर्ती आर्मी कैंप को निशाना बनाने का प्रयास किया गया, जिसको विफल करते हुए भारतीय वायु सेना ने जवाबी कार्यवाही की| इस कार्यवाही का हिस्सा भारतीय विंग कमांडर अभिनन्दन थे| इन्होंने पाकिस्तान के F-16 फाइटर जेट को मार भी गिराया, लेकिन इस जवाबी कार्यवाही में अभिनन्दन का मिग-21 बाइसन फाइटर जेट भी दुश्मन सेना का निशाना बन गया|
भारतीय विंग कमांडर अभिनन्दन को तुरंत ही अपने लड़ाकू विमान से बाहर निकलना पड़ा | इस प्रकार उनको पीओके में लैंड होना पड़ा| वहां पर उतरते ही पाकिस्तानी सेना ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया|
इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के ऊपर अंतर्राष्ट्रीय दबाव बनाना शुरू किया | जिसमे सभी देशों ने भारत का साथ दिया और पाकिस्तान को 60 घंटे बाद अभिनन्दन छोड़ना पड़ा |
इस दबाव में अमेरिका, रूस, फ़्रांस,आस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, यूएई, इजरायल ने मुख्य भूमिका अदा की जिसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय विंग कमांडर अभिनन्दन को छोड़ने का फैसला किया|