जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सलाहकार फारुख खान ने कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हिरासत में लिए गए या नजरबंद किए गए नेताओं की रिहाई को लेकर बयान दिया है| खान ने कहा कि व्यक्तिगत विश्लेषण के बाद एक-एक करके नेताओं को नजरबंदी से मुक्त किया जाएगा। बता दें, मंगलवार को दो महीने बाद जम्मू के सभी नेताओं की नजरबंदी हटी दी गई है।
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हालांकि, कश्मीर घाटी में उनके समकक्षों को हिरासत या घर में नजरबंद रखा गया है| मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, जम्मू के जिन नेताओं को नजरबंद किया गया था, उन्हें रिहा कर दिया गया है, और उन पर लगाए गए प्रतिबंध हटा दिए गए है| माना जा रहा है, कि निकाय चुनाव को देखते हुए प्रशासन ने यह फैसला लिया है। राज्य के निर्वाचन अधिकारियों ने 310 ब्लाकों में ब्लॉक विकास परिषदों के अध्यक्षों के चुनाव के लिए मंगलवार को अधिसूचना जारी कर दी है।
राज्य के प्रमुख नेता उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, सज्जाद गनी लोन अभी भी हिरासत में बने हुए हैं। बता दें, कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन और बीजेपी ने इन नेताओं की हिरासत का बचाव किया था। उनका कहना था, कि अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद किसी भी अप्रत्याशित घटना को रोकने के लिए इन नेताओं को हिरासत में लिया गया है।
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