वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने स्वीकार किया है, कि 27 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के बडगाम में दुर्घटनाग्रस्त हुआ एमआई-17 हेलीकॉप्टर भारतीय मिसाइल से ही टकरा गया था| भदौरिया ने बताया, कि इस मामले में कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी पूरी हो चुकी है| उच्च स्तरीय जांच में पता चला है, कि दुर्घटना हमारी ही गलती से हुई थी| हम स्वीकार करते हैं, कि ये बहुत बड़ी गलती थी|
ये भी पढ़े: अपाचे के शामिल होने पर वायु सेना प्रमुख दिखे उत्साहित, कहा -‘शूट फायर एंड फारगेट’ की तर्ज पर करेगा काम
बता दें, कि ये दुर्घटना उसी दिन हुई थी, जिस दिन विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान के एफ-16 विमान को ध्वस्त करने के बाद अपने मिग के क्षतिग्रस्त होने के बाद पाकिस्तान में उतर गए थे| भदौरिया ने बताया, कि इस मामले में दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी| इस हेलीकॉप्टर को स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ उड़ा रहे थे, उनके साथ स्क्वाड्रन लीडर निनाद कुमार पांडे, सार्जेंट विक्रांत सहरावत, कॉरपोरल दीपक पांडे और पंकज कुमार भी थे|
हेलीकॉप्टर ने 27 फरवरी की सुबह 10.10 बजे श्रीनगर हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी| घटना की जांच में पता चला कि, हेलीकॉप्टर क्रू और ग्राउंड स्टाफ के बीच बेहतर संचार व समन्वय की कमी के कारण दुर्घटना हुई| बता दें कि इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार छह सैन्य कर्मियों और एक नागरिक की मौत हो गई थी|
ये भी पढ़े: इंडियन एयरफोर्स में चिनूक हेलीकॉप्टर शामिल, जानिए इसकी खासियत