अलीगढ़ लोकसभा सीट जातीय समीकरण क्या है, किस पार्टी की होगी कांटे की टक्कर

अलीगढ़ लोकसभा सीट में मुख्यत: जाट, मुस्लिम और लोध जातियों का प्रभाव देखने को मिलता है | दूसरे चरण में 18 अप्रैल को होने वाले मतदान में बीजेपी को चुनौती देने के लिए यहां के चुनावी मौसम में 20 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं, लेकिन कांटे की टक्कर भाजपा, कांग्रेस और गठबंधन के बीच देखने को मिलता है | वर्तमान समय में इस सीट पर बीजेपी के सतीश गौतम ने कब्ज़ा कर रखा है |

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बीजेपी ने अपने जीते हुए सांसद सतीश कुमार गौतम पर दोबारा भरोसा जताया है | अबकी बार इनका मुकाबला बसपा, सपा और रालोद के गठबंधन प्रत्याशी डॉक्टर अजित बालियान से होगा | कांग्रेस ने यहां पर बिजेंद्र सिंह चौधरी पर दावं लगाया है | आम आदमी पार्टी ने सतीश चंद्र शर्मा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने दीपक चौधरी को मैदान में उतारा है |

अलीगढ़ लोकसभा सीट पर 20 प्रतिशत मुस्लिम है और लगभग 80 प्रतिशत हिंदू मतदाता हैं, यहां करीब 17 लाख मतदाता हैं, इनमें करीब 9.65 लाख पुरुष और 8 लाख महिला मतदाता हैं | यह सीट हमेशा से मुस्लिम समुदाय के प्रभाव में रही है |

अलीगढ़ लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा सीटें है जो इस प्रकार है, खैर, बरौली, अतरौली, कोल और अलीगढ़ है | 2017 विधानसभा चुनाव में पांचों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने कब्ज़ा किया था |

नोट: अलीगढ़ लोकसभा सीट पर 18 अप्रैल 2019 को मतदान कराया जायेगा |

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