Doctor’s Day 2019: 1 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है डॉक्टर्स डे,कब हुई इसकी शुरुवात

    डॉक्टर भगवान का रूप कहा जाता है, और ईश्वर के इसी अवतार के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए प्रतिवर्ष 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। भारत में डॉक्टर्स डे जुलाई माह की पहली तारीख को मनाया जाता है। भारत के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. बिधान चन्द्र रॉय को श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिए एक जुलाई को उनकी जयंती और पुण्य तिथि दोनों ही मौके पर डॉक्टर्स-डे पूरे देश में मनाया जाता है।

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    डॉ.बीसी रॉय का जन्म 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना में हुआ था। कोलकाता में मेडिकल की शिक्षा पूरी करने के बाद डॉ. राय ने एमआरसीपी और एफआरसीएस की उपाधि लंदन से प्राप्त की। वर्ष 1911 में उन्होंने भारत में एक डॉक्टर चिकित्सा जीवन की शुरुआत की| इसके पश्चात डॉ.रॉय कोलकाता मेडिकल कॉलेज में लेक्चरर बने, वहां से कैंपबैल मेडिकल स्कूल और फिर कारमिकेल मेडिकल कॉलेज गए| इसके बाद डॉ. राय राजनीति में आकर उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की|

    राजनीति में आने के बाद उन्होंने बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री का पद ग्रहण किया| 4 फरवरी 1961 में डॉ. विधान चन्द्र रॉय भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया । वर्ष 1962 में 80 वर्ष की आयु में जन्म दिन के दिन ही उनका निधन हुआ| इस दिन पूरे देश में डॉक्टर्स का सम्मान कर उन्हें मैसेज-कार्ड भेजकर अभिवादन किया जाता है। भारत में डॉक्टर्स डे की शुरुआत वर्ष 1991 में तत्कालिक सरकार द्वारा की गई थी, तब से प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। 

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