गृह मंत्री अमित शाह आज मिजोरम का दौरा करेंगे । वह आइजोल में नार्थ ईस्ट हैंडलूम एवं हस्तशिल्प प्रदर्शनी का उदघाटन करेंगे। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है, कि इस दौरान वह एनआरसी पर भी बयान दे सकते हैं, क्योंकि उन्होंने दो दिन पहले ही कोलकाता में कहा था, कि उनकी सरकार हिंदुस्तान में एक भी घुसपैठिए को नहीं रहने देगी। यही नहीं उनको चुन चुनकर बाहर निकाला जाएगा। साथ ही उन्होंने हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता दिए जाने की बात भी दोहराई थी।
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गृहमंत्री यह घोषणा पहले भी कर चुके हैं, कि भाजपा सरकार एनआरसी के पहले सिटिजन अमेंडमेंट बिल लाएगी। इस बिल के जरिए भारत में जीतनें भी हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई शरणार्थी आए हैं, उन्हें हमेशा के लिए भारत की नागरिकता दी जाएगी। यही नहीं शाह पहले यह भी कहा चुके हैं, कि असम के बाद एनआरसी को धीरे-धीरे पूरे देश में लागू किया जाएगा।
बता दें, कि असम देश का एकलौता राज्य है, जहां एनआरसी लागू की गई है। 31 अगस्त 2019 को एनआरसी की अंतिम सूची प्रकाशित की गई थी। इसमें 19 लाख लोगों के नाम शामिल नहीं है। बताया जाता है, कि जिन 19 लाख लोगों के नाम लिस्ट में नहीं हैं, उनमें 12 लाख हिंदू भी शामिल हैं।
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