बुलेटप्रूफ जैकेट कैसे बनती है ? जानिए इसके बारे में यहाँ से पूरी जानकारी

    भारत के सैनिकों और अति विशिष्ट सुरक्षा प्राप्त लोगों की जान बचाने के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट का प्रयोग किया जाता है| इस जैकेट का निर्माण इस तरह से किया जाया है, कि इसको पहने हुए व्यक्ति को यदि गोली भी लग जाये तो उसकी जान को कोई खतरा नही होता है| बुलेटप्रूफ जैकेट तेज स्पीड से आने वाली गोलियों के प्रभाव को समाप्त कर देती है। पुलिस और सैनिकों के लिए यह एक उपयुक्त हथियार है।

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    बुलेटप्रूफ जैकेट कैसे बनती है

    बुलेटप्रूफ जैकेट बनानें के लिए एक विशेष कपड़ा तैयार किया जाता है, जिसमें पैरा अरैमिड सिंथेटिक फाइबर का प्रयोग किया जाता है, जिसे केवलर कहते हैं| केवलर तरल रासायनिक मिश्रण से एक ठोस धागा कताई द्वारा उत्पादित किया जाता है| एक अन्य फाइबर, डाइनीमा है जिसे पॉलीथीन बेस से बनाया जाता है| यह बहुत मजबूत होने के साथ-साथ बहुत हल्का भी होता है| बुलेटप्रूफ जैकेट दो परतों में बनी होती है| सबसे ऊपर की पर्त सेरैमिक पर्त द्वारा बनी होती है, उसके बाद बैलेस्टिक पर्त लगाई जाती है| जैकेट बनाने की प्रक्रिया में फाइबर को बड़ी रील के रूप में बनाया जाता है| इसके बाद रील और पॉलीथीन बेस की सहायता से मजबूत चादर बनाई जाती है| बैलेस्टिक शीट के ऊपर लगे धागे को लगभग 130 से 200 मीटर की लंबाई में रोल किया जाता है जो किसी सामान्य वस्त्र के रोल की तरह ही दिखता है|

    बुलेटप्रूफ जैकेट कैसे काम करती है?

    जब कोई गोली बुलेटप्रूफ जैकेट से टकराती है, तो सबसे पहले वह सेरैमिक लेयर से टकराती है| गोली के सेरैमिक लेयर से टकराते ही गोली का आगे का नुकीला सिरा टुकड़ों में टूट जाता है, और गोली छोटे कणों के रूप में जैकेट पर फ़ैल जाती है| इस कारण गोली का फोर्स कम हो जाता है, और उसकी भेदन क्षमता कम हो जाती है, और गोली लगने वाले व्यक्ति को कम नुकसान होता है| बैलिस्टिक पर्त इसके बाद का कार्य करती है| गोली के सेरैमिक लेयर से टकराकर टूटने के बाद बड़ी मात्रा में जो ऊर्जा निकलती है, उसे बैलिस्टिक पर्त सोख लेती है| इसके चलते बुलेटप्रूफ पहने सैनिक को कम से कम नुकसान होता है और वह सुरक्षित बच जाता है|

    बुलेटप्रूफ जैकेट की कीमत 

    इस जैकेट की कीमत इसमें उपयोग किये जाने वाले मटेरियल के आधार पर निर्धारित होती है| वेकट्रैन से बनने वाली जैकेट की कीमत केवलर जैकेट से अधिक होती है| सामान्यतः एक जैकेट की कीमत 40,000 रुपए से शुरू होकर 2 लाख रुपये तक होती है, तथा एक जैकेट का वजन लगभग 8 किलो के आसपास होता है|

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