ट्रेन-18 वंदे भारत एक्सप्रेस का नाम पूरे देश में प्रसिद्ध है| वहीं अब एक बार फिर से ट्रेन-18 का उत्पादन गति पकड़ने वाला है। बता दें, कि इस ट्रेन के निर्माण का ठेका छोड़ने में पारदर्शिता नहीं होने के आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद से ही तीसरी ट्रेन-18 का निर्माण बीच में ही रोक दिया गया था| मंगलवार 16 जुलाई को रेलवे ने कहा कि, वह सभी बोलीदाताओं को समान मौके देने और पारदर्शिता तय करने के लिए नया टेंडर सिस्टम लागू कर रहा है। बता दें, कि भारतीय रेलवे आने वाले तीन साल के अंदर हर ट्रैक पर ट्रेन-18 दौड़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
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जानकारी देते हुए बता दें कि, पहली ट्रेन-18 के निर्माण के टेंडर सिस्टम में भेदभाव के आरोप लगाए गए थे। इन आरोपों की वजह से ही चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) ने तीसरी ट्रेन-18 के निर्माण के लिए जारी सभी टेंडरों को खारिज कर दिया था। वहीं अब रेलवे अधिकारियों ने कहा कि, अब तीसरी ट्रेन-18 का निर्माण नए टेंडर सिस्टम के जरिए पूरा कराया जाएगा।
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि, नए टेंडर सिस्टम में वेंडरों को आवेदन देने को लेकर तीन महीने का समय मिलेगा, जबकि अभी यह तीन सप्ताह है। इसमें उत्पादन इकाइयों के लिए रेलवे के तकनीकी सलाहकार रिसर्च डिजाइन एंड स्टैन्डर्ड ऑर्गनाइजेशन के मानदंडों का पालन करना अनिवार्य किया गया है।