भारतीय वायु सेना के वाइस चीफ एयर मार्शल आर के एस भदौरिया हैं| अब इन्होने फ्रांस में भारत आने वाले लड़ाकू विमान राफेल में उड़ान भरी है| इस दौरान उन्होंने कहा, ‘यह एक बहुत अच्छा अनुभव था| यहां हमने इससे जुड़े कई पाठ सीखे हैं कि, कैसे हम राफेल का भारतीय वायु सेना में बेहतर उपयोग कर सकते हैं| इसके अलावा हम यह भी जानेंगे कि एसयू-30 के साथ इसका संयोजन किस तरह किया जा सकता है|’
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इसी के साथ कहा, ‘भारतीय वायु सेना में टेक्नालॉजी और हथियार के रुप में राफेल एक बार फिर गेम चेंजर साबित होगा| आने वाले सालों में यह आक्रामक मिशनों और युद्ध जैसी स्थितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा|”
जानकारी देते हुए बता दें, कि इसी महीने की शुरुआत में फ्रांस के राजदूत अलेक्जेंडर जीगलर ने कहा था कि, भारत को पहला राफेल लड़ाकू विमान दो महीनों के अंदर सौंप दिया जाएगा और यह बिल्कुल समय पर मिलेगा| इसी के साथ बताया था कि, भारतीय वायुसेना को सभी 36 राफेल लड़ाकू विमान अगले दो साल में सौंप दिए जाएंगे| उन्होंने कहा था, ‘भारतीय वायु सेना को पहला राफेल लड़ाकू विमान अब से ठीक दो महीने में सौंप दिया जाएगा, मुझे लगता है यह सितंबर में होगा, बिल्कुल समय पर. वहीं, 36 विमान अगले दो साल में आएंगे |’
वहीं भारत में नियुक्त फ्रांस के राजदूत ने दोनों देशों के बीच साझेदारी की सराहना की और कहा था, ‘उस ट्रैक रिकार्ड को देखिए जो हमने पिछले 50 साल में भारत के साथ सहयोग से विकसित किए हैं| भारतीय वायुसेना के पास फ्रांसीसी प्रौद्योगिकी और भारत-फ्रांस प्रौद्योगिकी वाले विमान हैं क्योंकि हम दोनों देशों ने बड़ी मात्रा में प्रौद्योगिकी का विकास साथ मिलकर किया है |’
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