जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों का खौफ बहुत ही साफ दिखाई पड़ा है क्योंकि जम्मू के अनंतनाग केवल 13 परसेंट ही मतदान हुआ | बता दें कि मुफ्ती परिवार के इस गृह नगर में लोकसभा चुनाव के दौरान आतंकवादियों का खौफ इस तरह रहा कि अनंतनाग संसदीय सीट का अधिकतर हिस्सा वीरान दिखाई पड़ा और घाटी में पाकिस्तान समर्थक आतंकवादियों की चुनाव बहिष्कार की धमकी दी जिसकी वजह से सिर्फ 13 फीसदी लोग ही मतदान कर पाए |
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दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग लोकसभा सीट की 16 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान होने हैं और वहीं लोकसभा चुनाव के लिए छह विधानसभा सीटों बिजबेहरा, अनंतनाग, दोरु, कोकेरनाग, शांगास और पहलगाम में मंगलवर को मतदान हुआ। शेष 10 विधानसभा सीटों पर 29 अप्रैल और 6 मई को मतदान कराए जायेंगे |
बता दें कि अनंतनाग में 65 में से 40 मतदान केंद्र बिजबेहरा में थे, यहाँ पर किसी मतदाता ने एक भी वोट नहीं डाला हैं| अनंतनाग के 714 मतदान केंद्रों में मतदाताओं ने वोट डाले हैं | बिजबेहरा में 120 मतदान केंद्र बनाए गए थे। जिनमें 93,289 लोगों के मतदान करने की उम्मीद थी | यहाँ पर शाम चार बजे मतदान का समापन हुआ जिनमें कुल 1,893 या दो प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे।
बिजबेहरा में केवल एक ही मतदाता वोट डालने के लिए आया था तभी उसने कहा, ‘बहुत ज्यादा दबाव है लेकिन मैं इसलिए वोट देने आया हूं क्योंकि हमें मोदी सरकार को केंद्र से हटाने की जरूरत है।’
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