जानिए कब है अष्टमी और महानवमी का व्रत, अष्टमी का महत्व और पूजा का समय

भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से नवरात्रि का भी एक त्यौहार प्रमुख माना जाता है, जिसमें देवी दुर्गा की पूजा पूरे नौ दिन की जाती है| नवरात्री के इन दिनों में लोग पूरे नौ दिन व्रत भी करते हैं, इसलिए जानिये कि अष्टमी और महानवमी का व्रत कब है?    

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अष्टमी तिथि और पूजा का समय 

-इस साल अष्टमी 6 अक्टूबर 2019 को मनाई जा रही है 

-अष्टमी तीथि शुरू होगी- सुबह: 09:51 बजे से 05 अक्टूबर 2019 से 

-अष्टमी तिथि समाप्त होगी- 10:54 पूर्वाह्न 06 अक्टूबर 2019 तक  

-संध्या पूजा मुहूर्त- सुबह 10:30 बजे से 11:18 बजे तक  

अष्टमी नवरात्रि के आठवें दिन देवी महागौरी की पूजा होती है| इस दिन कुछ लोग कन्या भोज भी करते है| इस दिन लोग नौ या सात कन्याओं को अपने घरों में बुलाकर उनके पैर धोतें हैं और फिर उन्हें हलवा, काले, चने का प्रसाद परोसा जाता है| उन्हें क्लिप, टिफिन बॉक्स जैसे सुंदर गिफ्ट भी दिए जाते हैं|  

वहीं, बंगालियों के लिए, दुर्गा अष्टमी इस त्योहार का सबसे महत्वपूर्ण दिन रहता है| इस दिन वहां के लोग नए-नए कपड़े पहनते हैं| सुबह-सुबह पंडाल फहराते हैं, जिसमें वे देवी को सुगंधित फूल अर्पित करते है| महाष्टमी का एक मुख्य आकर्षण है, षोडशोपचार पूजा, जिसमें देवी दुर्गा की मिट्टी की मूर्ति के आगे नौ मिट्टी के बर्तन रखने का रिवाज होता हैं|

कहा जाता है कि, यह अनुष्ठान दुर्गा के नौ रूपों का आह्वान के लिए किया जाता है| महाष्टमी के दिन की दोपहर काफी खास मानी जाती है, क्योंकि लोग स्वादिष्ट अष्टमी भोग के लिए एक बार फिर से इकट्ठा होते हैं, जिसमें खिचड़ी से लेकर पुलाव, सब्जी से लेकर पनीर या चना का भोग होता है|”

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