जानिए नवरात्रि में मां दुर्गा के किन -किन रूपों की होती है पूजा

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Navratri 2019: इन दिनों नवरात्रि के दिन चल रहें है| जिसमें नौ दुर्गा की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ होती है| इस बार शारदीय नवरात्रि कि अष्टमी 07 अक्‍टूबर को हैं| इसके साथ ही 08 अक्‍टूबर को विजयदशमी या दशहरा मनाया जाएगा| नवरात्रि के दौरान पूरे 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, इसलिए आप भी जानिए नवरात्रि में मां दुर्गा के किन -किन रूपों की पूजा होती है|

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नवरात्री में मां दुर्गों के इन रुपों की जाती है पूजा  

1. शैलपुत्री  

मां दुर्गा का पहला रूप शैलपुत्री का होता है| शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय की बेटी हैं| इन्हें करुणा और ममता की देवी ही कहा जाता है| मान्‍यता है कि, जो भी भक्‍त श्रद्धा भाव से मां की पूजा करता है उसे सुख और सिद्धि की प्राप्‍ति होती है|

2. ब्रह्मचारिणी  

मां दुर्गा का दूसरा रूप ब्रह्मचारिणी का होता है| मान्यता है कि, इनकी पूजा करने से यश, सिद्धि और सर्वत्र विजय की प्राप्ति होती है, इन्होंने भगवान शंकर को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या की थी, इसलिए इन्हें तपश्चारिणी के नाम से भी जाना जाता है|

3. चंद्रघंटा  

मां दुर्गा का तीसरा रूप चंद्रघंटा है| मान्यता है कि, शेर पर सवार मां चंद्रघंटा की पूजा करने से भक्तों के कष्ट हमेशा के लिए खत्म हो जाते हैं, इन्हें पूजने से मन को शक्ति और वीरता मिलती है|

4. कूष्माण्डा  

मां दुर्गा का चौथा रूप कूष्माण्डा  का होता है| वहीं, मान्यता है कि, मां कूष्माण्डा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक मिट जाते हैं| इनकी पूजा से आयु, यश, बल और आरोग्य की वृद्धि होती है|

5. स्कंदमाता 

मां दुर्गा का पांचवा रूप स्कंदमाता का होता मान्यता है कि, यह भक्तों की समस्त इच्छाओं की पूर्ति करती हैं, इन्हें मोक्ष के द्वार खोलने वाली माता के रूप में भी पूजा जाता है|

6. कात्यायनी  

मां दुर्गा का छठा रूप है कात्यायनी माता है| इन्हें गौरी, उमा, हेमावती और इस्वरी नाम से भी  बुलाया जाता है| मान्यता है कि, यह महर्षि कात्यायन को पुत्री के रूप में मिलीं इसीलिए इनका नाम कात्यायनी पड़ा| माना जाता है, कि जिन लड़कियों की शादी में देरी हो रही होती है, वह मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए कात्यायिनी माता की ही पूजा करती हैं|

7. कालरात्रि 

मां दुर्गा का सातवां रूप कालरात्रि माता का होता है| मान्यता है कि मां कालरात्रि की पूजा करने से काल और असुरों का नाश होता है| इसी वजह से मां के इस रूप को कालरात्रि कहा जाता है| यह माता हमेशा शुभ फल ही देती हैं, इसीलिए इन्हें शुभंकारी भी कहा जाता है|

8. महागौरी 

मां दुर्गा का आठवां रूप महागौरी माता का होता है| यह भगवान शिवजी की अर्धांगिनी हैं| इस दिन मां को चुनरी भेट करनी चाहिए, जिससे सौभाग्य की प्राप्ति होती है|  

9. सिद्धिदात्री 

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा का नौवां रूप सिद्धिदात्री का होता है| मान्यता है कि, मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से रूके हुए हर काम पूरे होते हैं, और हर काम में सिद्धि मिलती है|

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