भारतीय टीम का आईसीसी विश्व कप 2019 के फाइनल में पहुंचने का सपना अधूरा रह गया, क्योंकि भारतीय टीम न्यूजीलैंड से सेमीफाइनल मुकाबले में 18 रनों से हारकर बाहर हो गई । न्यूजीलैंड की टीम लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंची है। रवींद्र जडेजा (77) और महेंद्र सिंह धौनी (50) ने सातवें विकेट के लिए 116 रनों की साझेदारी कर भारत को जीत के काफी करीब पहुंचाया, लेकिन इन दोनों खिलाड़ियों के आउट होने के बाद भारत की सभी उम्मीदें समाप्त हो गईं।
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वही सोशल मीडिया पर इस मैच को लेकर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोग भारत की हार के लिए अंपायर को जिम्मेदार बता रहे हैं| सोशल मीडिया पर लोगो का कहना है, कि महेंद्र सिंह धोनी जिस गेंद पर रन आउट हुए थे, उसे नो बॉल दिया जाना चाहिए था| अंपायर ने धोनी के रन आउट के फैसले में पावर प्ले के दौरान फील्डिंग के नियमों को नजर अंदाज किया| तीसरे पावर प्ले में तीस गज के दायरे के बाहर अधिकतकम 5 खिलाड़ी ही बाहर रह सकते हैं, लेकिन धोनी के रन आउट के वक्त 6 खिलाड़ी सर्कल से बाहर थे| हालांकि ये बताया जा रहा कि यह टीवी ग्राफिक्स की गलती थी|
एक यूजर ने ट्वीट किया कि कितनी बढ़िया अंपायरिंग..? महेंद्र सिंह धोनी को रन आउट नहीं दिया जाना चाहिए था, क्योंकि गेंद नो बॉल थी. धोनी को खेलने चाहिए था और भारत जीतता. क्या महान वर्ल्ड कप है? क्या महान अंपायरिंग है?
दूसरे यूजर ने लिखा- क्या मैंने अकेले ने देखा यह? धोनी के रन आउट होने से पहले सर्कल से 6 खिलाड़ी बाहर थे. पता नहीं यह अंपायरिंग फॉल्ट है या जीपीएस त्रुटि? क्या धोनी अब भी रन आउट?
एक अन्य यूजर ने ट्वीट किया कि ‘अंपायरिंग में गलती? क्या वे इसे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में सहन कर सकते थे? सर्कल के बाहर 6 खिलाड़ी… वह तीसरे पावर प्ले में, कितनी देर इस तरह खेले?
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