आज शुक्रवार को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा में अपना पहला भाषण दिया। इस भाषण में अमित शाह ने जम्मू कश्मीर को लेकर कई अहम बाते संसद में रखीं। इस दौरान उन्होंने सदन में दो प्रस्ताव पेश किए, उन्होंने जम्मू और कश्मीर में मौजूदा समय में जारी राष्ट्रपति शासन को अगले 6 माह के लिए बढ़ाए जाने की सिफारिश की तथा जम्मू-कश्मीर में आरक्षण संबंधित संशोधन का प्रस्ताव भी पेश किया| इसके साथ ही गृहमंत्री अमित शाह ने बताया, कि सरकार राज्य में 15 हजार बंकरो का निर्माण करवा रही है|
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गृह मंत्री अमित शाह ने आरक्षण संशोधन का प्रस्ताव पेश करते हुए कहा, कि इस प्रस्ताव के अंतर्गत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रहने वाले लोगों को भी सरकारी नौकरी व शिक्षण संस्थानों में तीन फीसदी आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए, इस बिल को जम्मू कश्मीर आरक्षण संशोधन बिल का नाम दिया गया है। इसके साथ ही गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में राष्ट्रपति शासन की अवधि बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में मौजूदा राष्ट्रपति शासन की अवधि 2 जुलाई को पूरी होने वाली है, जिसे 6 माह और बढ़ाया जाना जरूरी है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘हम जम्मू-कश्मीर के हालात को मॉनिटर कर रहे हैं, बॉर्डर एरिया में बंकरों का निर्माण पूर्व गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा दिए गए समय सीमा के अन्दर किया जाएगा। हर जिंदगी हमारे लिए महत्वपूर्ण है।’ गृह मंत्री ने कहा, 15000 बंकरों का निर्माण किया जा रहा है, क्योंकि शेलिंग और गोलीबारी के दौरान छात्रों को कई-कई दिनों तक बंकरों में रहना पड़ता है।
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