गुरुवार 26 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठकों से इतर सार्क देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्री भी शामिल हुए| आयोजित की गई बैठक में जब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बोलना शुरू किया, तो पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी कमरे से बाहर निकल आये| फिर जब जयशंकर ने भी अपनी बात पूरी कर ली तो वो भी पाकिस्तानी विदेश मंत्री के लौटने से पहले निकल आए| बाद में महमूद क़ुरैशी ने भारतीय विदेश मंत्री के संबोधन का बहिष्कार किया|
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पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भाषण देते हुए कहा कि,”सार्क सम्मेलन इस्लामाबाद में होना तय है, भारत की वजह से 2016 से रोकना पड़ा| किसी देश ने विरोध नहीं किया| इसी के साथ कहा कि, ‘हम पीएम मोदी को सार्क में बुला रहे हैं, जो सार्क का हिस्सा हैं वे सब आएं|’
उन्होंने कहा कि, “पाकिस्तान भारत के साथ तब तक कोई बातचीत शुरू नहीं करेगा ‘जब तक वे कश्मीर में पाबंदी समाप्त नहीं करता|’ कुरैशी जयशंकर के संबोधन का समापन हो जाने के बाद वहां पहुंचे थे| इसके बाद देर से आने के बारे में पूछे जाने पर, कुरैशी ने कहा कि, वह कश्मीर पर विरोध स्वरूप भारतीय मंत्री के साथ नहीं बैठना चाहते हैं| जयशंकर से जब उनके संबोधन के दौरान उनके पाकिस्तानी समकक्ष की अनुपस्थिति पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया तो उन्होंने कहा ‘नहीं’|
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