UN ने मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित तो कर दिया, पर भारत के हाथ अभी भी बंधे जानिए क्या है वजह

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अभी हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तान में बढ़ रहे जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन पर बहुत ही बड़ी चोट की है, जिससे जैश-ए-मोहम्मद पर पूरे विश्व ने प्रतिबंध लगा दिया है, दरअसल जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को चीन की सहमति के बाद अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया गया है | अब जैश-ए-मोहम्मद संगठन और मसूद अजहर को प्रतिबंधित लिस्ट में डाल दिया गया है जिससे यह अब किसी देश में आजादी के साथ नहीं घूम सकता है |

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भारत की पहुँच से अभी भी दूर है मसूद अजहर

भारत में बनाये गए नियमों के अनुसार भारत केवल किसी संगठन को आतंकी घोषित कर सकता है | वह किसी व्यक्ति को आतंकवादी नहीं घोषित कर सकता है | सरकार इसके लिए अनलॉफुल ऐक्टिविटीज (प्रिवेंशन) ऐक्ट को लेकर आयी थी लेकिन वह पारित नहीं हो पाया है इस समय यह प्रस्ताव कैबिनेट सेक्रेटरी के पास है | इस समय लोकसभा चुनाव हो रहे चुनाव परिणाम आने के बाद नई सरकार का गठन किया जायेगा वह सरकार ही इस प्रस्ताव को पारित कर सकती है |

संशोधन के प्रस्ताव

प्राप्त जानकारी के मुताबिक यूएपीए सरकार में गृह मंत्रालय ने 2016 में संशोधन के प्रस्ताव को लाने का प्रयास किया था | इसके तहत इस्लामिक स्टेट में भारतीयों युवाओं को रोकने का प्रयास किया गया था जिसके तहत 85 युवाओं को गिरफ्तार किया गया था |

विधेयक

यूपीए सरकार यदि इस विधेयक को संसद से पास करा लेती है तो भारत हाफिज सईद, मसूद अजहर और दाऊद इब्राहिम पर प्रतिबंध लगा कर कार्यवाही कर सकती है | भारत पर हुए 26/11 मुंबई के लिए हाफिज सईद दोषी है, मसूद अजहर पुलवामा और पठानकोट पर आतंकवादी हमला का मुख्य आरोपी है | इन सभी आतंकवादियों पर कार्यवाही करने के लिए अभी तक भारत के हाथ बंधे हुए है, इस प्रस्ताव के पास होने के बाद भारत इनकी संपत्ति को जब्त कर सकेगा और बड़ी कार्यवाही करने में किसी भी प्रकार की कोई बाध्यता नहीं होगी |

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