मात्र एक घंटे में 50,000 पेड़ लगाने का गिनीज़ विश्व रिकॉर्ड बना चुका है ये देश, जानिये इस देश की ख़ास बाते

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भारत और चीन से घिरा भूटान एक छोटा देश है| हिमालय की प्राकृतिक खू़बसूरती, शांति और सुकून देने वाले बौद्ध मठ भूटान की ख़ासियत हैं, इसलिए इस छोटे से देश में घूमने के लिए प्रतिवर्ष लाखों सैलानी आते हैं| भूटान में पेड़ लगाना लोकप्रिय है| यहां वह लंबे जीवन, सुंदरता और सहानुभूति के प्रतीक हैं भूटान एक ऐसा देश है, जहाँ पर मात्र एक घंटे में 50,000 पेड़ लगाए जानें का रिकॉर्ड बनाया हैं| यह देश पेड़ लगाने के मामले में गिनीज विश्व रिकॉर्ड बना चुका है,  तो आप भी जानिये इस देश की ख़ास बाते|

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1.सभी देशों से अलग 

भूटान और ब्रिटेन के बीच कुछ अच्छे संबंध नहीं है| बता दें, कि भूटान एक ऐसा देश है जिसने अपनी संस्कृति को बचाने के लिए सदियों तक विश्व से संबंध बनाने के मामले में दूर रहा है|यहां 1999 में ही इंटरनेट और टेलीविजन के लिए इजाजत दी गई थी और 1970 में पहली बार किसी विदेशी पर्यटक को यहां आने दिया गया था|  

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2. चीज़ें तेज़ी से बदल रही हैं

भूटान में हर एक चीज में तेजी से बदलाव हो रहा है| भूटान की राजधानी थिम्पू में अब स्मार्टफ़ोन और कराओके बार आम साधन हो गए हैं| यहाँ के लोग सोशल मीडिया के बारे में भी पूरी तरह से जानते है| सोशल मीडिया से ही यहाँ पर फैशन की शुरुवात हुई है, साथ ही राजनीति के मामले में भी आगे आया है|

3. अंतरराष्ट्रीय ट्रेंड्स में सबसे आगे

कई लिहाज से भूटान अंतरराष्ट्रीय ट्रेंड्स में सबसे आगे रहा है| यहाँ पर 1999 से ही प्लास्टिक की थैलियां प्रतिबंधित हैं और तंबाकू भी ग़ैरक़ानूनी मानी जाती है|  

4. पर्यटन का केंद्र

यहाँ पर कमाल के प्राकृतिक दृश्य और शानदार संस्कृति हैं, इसके बावजूद भी यह देश बड़े पैमाने पर पर्यटन से बचा रहा है| यहाँ की सरकार पर्यटकों की संख्या को सीमित रखती है, और दक्षिण एशिया के बाहर से आने वालों से 250 डॉलर प्रतिदिन के हिसाब से पैसा वसूलती है|

5. आर्थिक पैमाने

भूटान जीवन के स्तर को सकल राष्ट्रीय ख़ुशी (जीएनएच) से नापता है| सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)  सरकार का कहना है कि इसमें भौतिक और मानसिक रूप से ठीक होने के बीच संतुलन कायम किया जाता है| इसकी रेटिंग को सकल राष्ट्रीय ख़ुशी केंद्र देखता है, जिसकी ज़िम्मेदारी एक ऐसे व्यक्ति के पास है जो विपरीत पक्ष को भी अच्छे से समझता है|

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