UP Board Exam 2020: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में जो अभ्यर्थी शामी हुए हैं | उन अभ्यर्थियों को अब अगले साल से हिन्दी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में प्रमाण पत्र दिए जाएंगे, क्योंकि अभी कुछ समय पहले ही अंग्रेजी में स्पेलिंग की त्रुटि को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की गई थी| जिस पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने 9 फरवरी 2019 को 2020 की परीक्षा से प्रमाणपत्रों के प्रारूप में बदलाव करने के आदेश दे दिए हैं। इसके लिए बोर्ड द्वारा तैयारियां भी प्रारम्भ कर दी गई है|
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अब हाईकोर्ट के आदेश पर अंकपत्र सह प्रमाणपत्र पर अंकित सभी सूचनाएं दोनों भाषाओं में रहेंगी |अभी कोर्ट ने मनीष द्विवेदी नाम के अभ्यर्थी की याचिका पर अंकपत्र सह प्रमाणपत्र को दोनों भाषाओं में जारी करने का आदेश दिया है। जानकारी देते हुए बता दें, कि मनीष ने 2010 में हाईस्कूल और 2012 में इंटर की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे, लेकिन दोनों के अंकपत्र सह प्रमाणपत्र में उसके नाम व उपनाम की स्पेलिंग गलत हो गई थी । इसके बाद इसमें त्रुटि को लेकर संशोधन के लिए अनुरोध किया, तो बोर्ड ने इसके लिए साफ इनकार कर दिया। जिस पर उसने याचिका दायर कर दी थी|
यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने कहा- हाईस्कूल व इंटर के अंकपत्र सह प्रमाणपत्र को दोनों भाषा में छापने के आदेश हाईकोर्ट ने दिए है। 2020 की परीक्षा से आदेश का अनुपालन किया जाएगा, उसके लिए प्रारूप में आवश्यक बदलाव किए जाएंगे।
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